पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) शिंदे- फडणवीस सरकार विपक्षी दल के विधायकों के सवाल पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। यह कई घटनाओं से सामने आया है। वे पुणे शहर के वडगांवशेरी इलाके में सड़क और पानी समेत कई मुद्दों को लेकर कई बार राज्य सरकार और पालिका आयुक्त से पत्र व्यवहार कर चुके हैं। लेकिन उन्हें हमेशा कचरे की टोकरी में फकने का काम हुआ। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वडगांवशेरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुनील टिंगरे ने इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए सांकेतिक भूख हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस सांकेतिक उपवास पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन और तीव्र होगा।
इस मौके पर विधायक सुनील टिंगरे ने कहा, ”वड़गांवशेरी विधानसभा क्षेत्र में एयरपोर्ट और आईटी कंपनियां हैं। इसलिए यह हिस्सा बहुत महत्वपूर्ण है और विधायक बनने से पहले मैं एक नगरसेवक था। उस समय पालिका प्रशासन के माध्यम से कई विकास कार्य कराये जा सकते थे। उस समय भाजपा के वर्तमान शहर अध्यक्ष जगदीश मुलिक वडगांवशेरी के विधायक थे। उस समय, उन्होंने घोषणा की कि अकेले निर्वाचन क्षेत्र में कई परियोजनाएं लागू की जाएंगी और निर्वाचन क्षेत्र को ट्रैफिक जाम मुक्त किया जाएगा। लेकिन वे कोई काम नहीं कर सके।
उन्होंने आगे कहा, ’उसके कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा और मैं उस चुनाव में विधायक निर्वाचित हुआ। निर्वाचन क्षेत्र में नगर रोड। विश्रांतवाड़ी चौक स्थित बुद्ध विहार को स्थानांतरित किया जाए। इसके अलावा वडगांवशेरी क्षेत्र पूर्वी हिस्से में आता है। ऐसे में रहवासियों को टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा है। लिहाजा नागरिकों को लाखों रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है। इससे लाखों रुपये की बचत होनी चाहिए। इन मुद्दों को लेकर विधानमंडल में सवाल उठाने के बाद भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी विधायकों की तरफ ध्यान नहीं दिया।
इस बीच पालिका आयुक्त विक्रम कुमार को भी समस्या को लेकर पत्र व्यवहार किया गया। लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इसी पृष्ठभूमि में राज्य सरकार व पालिका प्रशासन के विरोध में आज सांकेतिक उपवास हो रहा है। उन्होंने उस समय चेतावनी भी दी थी कि अगर राज्य सरकार और पालिका प्रशासन ने इस सांकेतिक भूख हड़ताल पर ध्यान नहीं दिया तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा।