Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) एक कहावत है कि कहीं का ईंट कहीं का रोडा…दोनों को मिलाकर जोडा। जी हाँ! इन दिनों कसबा और चिंचव ड विधानसभा चुनाव की बारात सजी है। उम्मीदवारों के पास बाराती कम पड रहे है। इसलिए भोलेबाबा की बारात की तर्ज पर सबको साथ लेकर चलने की होड मची है। समर्थन देने और समर्थन पाने की होड मची है। कौन किसको समर्थन दे रहा है,किससे समर्थन ले रहा यह देखने की फुर्सत नहीं।
चिंचवड विधानसभा चुनाव में क्या राकांपा उम्मीदवार के इतने बुरे दिन आ गए कि पिंपरी चिंचवड शहर की बर्खास्त समाजवादी पार्टी कार्यकारिणी का समर्थन लेना पडा। इतना ही नहीं अपने नेता अजित पवार से वाल्हेकरवाडी में समर्थन का मिला पत्र की घोषणा कराना पडा। लेकिन अजित पवार को क्या मालूम कि जिस समाजवादी पार्टी के समर्थन की घोषणा कर रहे है वह असली में अस्तित्व में नहीं है। पूरी कार्यकारिणी भंग है।
क्या है मामला आओ आपको समझाते है। करीबन 6 महिने पूर्व मुंबई को छोडकर संपूर्ण महाराष्ट्र की कार्यकारिणी भंग है। जिसमें पिंपरी चिंचवड शहर व पुणे शहर भी शामिल है। तात्कालीन शहर अध्यक्ष वर्तमान में निर्दल उम्मीदवार रफिक कुरैशी खुद अंगूठी चुनाव चिन्ह लेकर चिंचवड विधानसभा चुनाव के मैदान में ताल ठोंक रहे है। मुस्लिम वोट काटे तो सीधा नुकसान राकांपा उम्मीदवार नाना काटे को होगा। वर्तमान में शहर समाजवादी पार्टी बार्खास्त,भंग है। किसी के पास कोई अधिकृत पद नहीं है। किसी को अधिकृत नहीं किया गया है। किसी को समर्थन देने का अधिकार भी नहीं है।
समाजवादी पार्टी की बर्खास्त कार्यकारिणी ने राकांपा उम्मीदवार नाना काटे को समर्थन पत्र देकर मजाक उडाने का ही काम किया। नाना काटे की जगहंसाई और किरकिरी खूब हो रही है। चिंचवड की जनता कह रही है कि नाना काटे के क्या इतने बुरे दिन आ गए कि जो समाजवादी पार्टी कार्यकारिणी बर्खास्त,भंग है उसका समर्थन लेना पडा। प्रदेश अध्यक्ष अबू आजमी का कोई अधिकृत समर्थन पत्र नहीं आया। कहते हैं राजनीति में दिखावे की परंपरा है। हकीकत कुछ और ही होती है। बूंद बूंद से घडा भरने का प्रयास अगर नाना काटे कर रहे हैं तो वो सही जा रहे है। लेकिन यह भ्रम पैदा न करें कि बर्खास्त समाजवादी पार्टी से उनको 400-500 वोटों का फायदा होगा। अगर यह भ्रम पाल कर चल रहे हैं तो नाना काटे की…गई भैंस पानी में… कोई रोक नहीं सकता।