Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) ”राज्य की सत्ता में सौन्दर्यदृष्टि हो तभी सब कुछ अच्छा लगेगा। सरकार में आर्किटेक्ट को कम और पालिका में इंजीनियरों को ज्यादा महत्व दिया जाता है। इसमें सिटी प्लानिंग पर विचार नहीं किया जाता है।” यही कारण है कि शहर जर्जर हो गए हैं। सही दृष्टिकोण होना चाहिए। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने ऐसा किया है। इस बार उन्होंने बीड के सर्किट हाउस का उदाहरण देते हुए सर्किट हाउस के डिजाइन पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कई गेस्ट हाउस में बड़े बाथरूम होते हैं। क्या आप वहां दौड़ना और नहाना चाहते हैं? ये सवाल राज ठाकरे ने उठाया और हॉल में ठहाके गूंज उठे। उन्होंने विश्व आर्किटेक्ट दिवस के अवसर पर सिटी प्लानिंग, सौंदर्यशास्त्र और सतत विकास पर एक कार्यक्रम में एक साक्षात्कार में कहा।
शहर की योजना को किसने बर्बाद किया?ाकौन कहाँ से आ रहा है? क्या करें ये तो पता नहीं. इनकी वजह से ट्रैफिक कंजेशन बढ़ रहा है। उनके लिए सारे शहर बदले जा रहे हैं। फ्लाई ओवर का निर्माण कराया जा रहा है। यह सब हमारे अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बाहर से राज्य में आए लोगों के लिए हो रहा है।’ ये सब वोट की वजह से हुआ है। उन्होंने कहा कि ये सब वोट के कारण हुआ है। राज ठाकरे ने कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाले लोगों की वजह से शहर की प्लानिंग खराब होती है।
नगर नियोजन की आवश्यकता
नगर निगम में विकास की प्लानिंग तो होती है, लेकिन टाउन प्लानिंग नहीं होती। सौन्दर्यात्मक दृष्टि सत्ता में आने लगती है। यदि शासक के पास यह है, तो यह नीचे गिर जाता है। नगर निगम में सरकार के पास इंजीनियर तो हैं, लेकिन टाउन प्लानर नहीं। सरकार में आर्किटेक्ट को कम और नगर निगम में इंजीनियर को ज्यादा महत्व दिया जाता है। यह शहर नियोजन पर विचार नहीं करता। उन्होंने कहा कि टाउन प्लानिंग के बारे में सोचने की जरूरत है।