Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) एमआईडीसी भोसरी थाना क्षेत्र के मोशी में 12 जून को हुई हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच यूनिट एक ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि स्क्रैप मेटल की बिक्री से मिले 700 रुपये के बंटवारे को लेकर चारों दोस्तों में विवाद हुआ था और तीनों ने एक दोस्त को पत्थर से कुचल कर मार डाला था।
मारे गए व्यक्ति की पहचान रवींद्र सिंह (निवासी कुदलवाड़ी, चिखली) के रूप में हुई है। पुलिस ने जितेंद्र कुमार सुभाष भारद्वाज (उम्र 28, निवासी खरदाहा नीलकंठ, टी. सलेमपुर, जिला देवरिया, उत्तर प्रदेश), रवि सुखलाल गिंधे (उम्र 27, निवासी यलदरी कैंप, टी. जिंटूर, जिला परभणी) को गिरफ्तार किया है। उसका एक साथी टिक्या (पूरा नाम पता नहीं) फरार है।
पुलिस उपायुक्त स्वप्ना गोरे के मुताबिक 12 जून को मोशी के खुले मैदान में एक व्यक्ति का शव मिला था। जांच में सामने आया कि व्यक्ति की पत्थर से कुचलकर हत्या की गई है। ऐसे में मृत व्यक्ति की शिनाख्त से लेकर आरोपी की गिरफ्तारी तक पुलिस के सामने बड़ी चुनौती थी। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त करने के बाद क्राइम ब्रांच यूनिट एक को अपराध की समानांतर जांच करने का निर्देश दिया।
क्राइम ब्रांच यूनिट एक की दो टीमों ने जांच शुरू की। पुलिस को सूचना मिली कि मृतक रवींद्र सिंह के दोस्तों ने उसकी हत्या कर दी है और वे कुदलवाड़ी इलाके में हैं। इसके बाद पुलिस ने कुदलवाड़ी इलाके में जाल बिछाया। पुलिस के आते ही आरोपी भाग रहा था तो पुलिस ने जितेंद्र कुमार और रवि दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने शुरू में अस्पष्ट जवाब दिया। पुलिस ने जैसे ही सख्ती पेश की तो उसने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल कर लिया।
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे, संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. संजय शिंदे के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वसंत परदेशी, पुलिस उपायुक्त (अपराध) स्वप्ना गोरे, सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) सतीश माने, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संतोष पाटिल, पुलिस उपनिरीक्षक शेख, पुलिस आयुक्त बालू कोकाटे,मनोज कुमार कमले, सोमनाथ बोर्हाडे, महादेव जावले,फारूक मुल्ला,अमित खानविलकर,गणेश महाडिक,सचिन मोरे,उमाकांत सरवाडे,प्रमोद हीरालकर,प्रमोद गरजे,अजीत रूपंवार,विशाल भोईर,मारोती जयभाये,स्वप्निल महाले,तानाजी पंसारे की टीम ने की।
हत्या 700 रुपए के बंटवारे को लेकर हुई थी
आरोपी और मृतक सड़कों पर मिलने वाले कबाड़ सामान को इकट्ठा कर बेचने का काम करते थे। जून के पहले सप्ताह में मोशी इलाके में आंधी से कई दुकानें और घर उड़ गए थे। उनमें से चार ने पत्रा एकत्र किए और उन्हें एक दुकान में बेच दिया। इसमें से उन्हें 700 रुपए मिले। उस 700 रुपए को आपस में बांटने को लेकर उनमें कहासुनी हो गई। उससे तीनों ने मिलकर रविंद्र को पत्थर से कुचल कर मार डाला।