Pcmc News आलंदी (व्हीएसआरएस न्यूज) संत श्री ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी समारोह के अवसर पर दिघी पत्रिका चौक पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रदेश भर से आए श्रद्धालुओं का भक्तिमय माहौल में स्वागत किया गया।
उद्योग नगरी पिंपरी-चिंचवड़ शहर में संतश्रेष्ठ श्री ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी सुबह नौ बजे के करीब पहुंची। इस मौके पर विधायक लांडगे ने पालकी रथ के कुछ दूर तक सारथी बने। इस मौके पर कपड़े के थैले,भोजन,छाता,रेनकोट,पानी की बोतलें बांटी गई। बेहद भक्तिमय माहौल में पालकी को विदाई दी गई।
शहर भाजपा की ओर से माउली की पालकी का भव्य स्वागत
पालकी समारोह में ताल-मृदंग की ध्वनि,एकतारी वीणा और छीपाला की धुनों पर ’ज्ञानोबा माउली तुकाराम’ के जयकारे.. तुलसी वृंदावन और मुखी विठ्ठलनामा का जाप करतीं महिलाएं। संत श्रेष्ठ ज्ञानेश्वर महाराज के पालकी रथ का स्वागत किया,जो विठ्ठल को देखने की आशा के साथ संग संग चले।
हर साल परंपरा और मान्यताओं के अनुसार दोनों महान संतों की पालकी देहू और आलंदी से प्रस्थान करती है और दोनों का पुणे में मिलन होता है। उसके आगे दोनों साथ साथ अपने देवता विठ्ठल के दर्शन के लिए पंढरपुर कूच करती है। लाखों भक्त पालकी के साथ साथ चलते है।
यह हमारी संस्कृति, अध्यात्म और महाराष्ट्र के भागवत धर्म की महिमा-महेश लांडगे
13वीं शताब्दी में महान संत ज्ञानेश्वर महाराज ने भागवत धर्म की ध्वजा अपने कंधे पर लेकर सबको साथ लेकर समानता के सिद्धांत का पालन करते हुए अपने देवता पंढरपुर के विठठल के दर्शन करने गए थे। यह परंपरा आज भी बड़ी श्रद्धा से चलती है। विधायक महेश लांडगे ने कहा कि यह हमारी संस्कृति, अध्यात्म और महाराष्ट्र के भागवत धर्म की महिमा है।