Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस के रणनीतिक पैटर्न ने आपराधिक जगत में सनसनी मचा दी है। पिछले छह महीनों में 21 गिरोहों के 209 अपराधियों पर मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर विनयकुमार चौबे के आक्रामक रवैये से कई अपराधी भयभीत हैं। शहर में अपराध से निपटने के लिए अगस्त 2018 में एक स्वतंत्र आयुक्तालय की स्थापना की गई थी। इस बीच पुलिस की मौजूदगी बढ़ने के साथ ही शहर में सक्रिय कुख्यात गिरोह भूमिगत हो गये। हालाँकि, शहर में उभरे नए गैंगस्टरों ने शहर की अमन शांति भंग कर रखी है।
अपराध रोकने के उपाय
पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने कार्यभार संभालने के बाद अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए विभिन्न उपाय लागू किये। किशोर अपराधियों की काउंसलिंग कर उन्हें मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया गया। जिन लोगों के खिलाफ दो से अधिक अपराध थे, उन्हें शामिल किया गया। इस दौरान चौबे ने समाज में आतंक फैलाने वाले गिरोहों पर नकेल कसने का वीडा उठाया।
209 आरोपियों पर रणनीतिक कार्रवाई
पिछले छह महीनों में, पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में 21 संगठित अपराध गिरोहों के कुल 209 आरोपियों पर मोका अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के इस आक्रामक रुख से अपराध जगत में काफी भय देखा जा रहा है। सूत्रों से खबर है कि पुलिस ने कुछ और सिपाहियों का प्रस्ताव तैयार किया है। इसलिए कहा जा रहा है कि आने वाले समय में भी मकोका कार्रवाई जारी रहेगा।
अमर चौहान गैंग पर मकोका
पिंपरी-चिंचवड़ और पुणे शहर में गंभीर अपराधों के आरोपी अमर चौहान गैंग के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। गिरोह का सरगना अमर उर्फ रिंकू कुलवंत सिंह चौहान (33, निवासी पिंपरी), रोहित प्रवीण धनवे (20, निवासी पिंपरी), अक्षय अन्ना रणदिवे (29, निवासी भोसरी), साहिल सुधीर धनवे (20, निवासी पिंपरी), सोन्या रणदिवे (निवासी पिंपरी) ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस गिरोह के विरुद्ध पुणे कमिश्नरेट के बंडगार्डन, येरवडा, विश्रांतवाड़ी, समथरगढ़, सहकारनगर, एयरपोर्ट, चंदननगर पुलिस स्टेशनों में हत्या का प्रयास, साजिश, सबूत नष्ट करना, अपहरण, डकैती की तैयारी जैसे 38 अपराध दर्ज हैं। वाहनों की तोड़फोड़, खतरनाक हथियार रखने, अवैध कब्ज़ा जैसे संगीन मामले दर्ज है।