पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) यह बात सामने आयी है कि यहां बड़ी मात्रा में सुरक्षा की जरूरत है। खुद को आर्मी ऑफिसर बताने वाले एक युवक को पुणे रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया है। गौरतलब है कि जांच से पता चला है कि वह बिना सुरक्षा पास के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में दाखिल हुआ था और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ अपनी तस्वीर ली थी। भारतीय सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) दक्षिणी कमान से मिली जानकारी के मुताबिक, नीरज विक्रम विश्वकर्मा (20) उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं। बीती रात रेलवे सुरक्षा बल ने उसे पकड़ लिया। ऐसे में यह बात सामने आई कि पुणे रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है।
इसकी जांच करते हुए विक्रम विश्वकर्मा के पास से कई चौंकाने वाले सबूत मिले। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नीरज विश्वकर्मा ने नई दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले का दौरा किया, सभी लेफ्टिनेंट रैंक के साथ विशिष्ट पैरा स्पेशल फोर्स (पैरा एसएफ) की सेना की वर्दी पहने हुए थे। वह सशस्त्र बलों के एक सेवारत सदस्य के रूप में खड़े थे। यह तस्वीर सवाल उठाती है कि वह इतनी सुरक्षा के साथ नई दिल्ली के कार्यक्रम में कैसे पहुंचे? जब उसके मोबाइल फोन की जांच की गई तो उसमें कुछ संदिग्ध तस्वीरें भी मिलीं। इस फोटो में दिख रहा है कि वह सेना के जवानों के साथ हैं। इतना ही नहीं, नीरज विश्वकर्मा के पास एक फर्जी कैंटीन कार्ड भी पाया गया, जो विशेष रूप से सेवारत या सेवानिवृत्त सेना कर्मियों को जारी किया जाता है।
इनके पास सेना से जुड़े ये तमाम सबूत मिलने से चिंता जताई जा रही है। इस विश्वकर्मा की गहनता से जांच की जाएगी। क्या वह अकेला था या उसके साथी थे? वह नकली सैन्य अधिकारी के रूप में काम क्यों कर रहा है? और क्या वे किसी राष्ट्रविरोधी संगठन से जुड़ा हैं? फिलहाल इसकी जांच की जा रही है। इसलिए इस जांच के लिए उन्हें पुणे पुलिस को सौंप दिया गया है।
पुणे स्टेशन पर सुरक्षा की जरूरत….
पुणे स्टेशन पर प्रतिदिन लाखों नागरिक आते हैं। यही कारण है कि जो लोग ऐसे अवतार लेकर घूमते हैं वे व्यापक रूप से यात्रा करते हैं। ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए एआई अब पुणे पुलिस स्टेशन पर नजर रखने जा रहा है। जिससे यात्रियों की संदिग्ध गतिविधियों को रिकॉर्ड करने में मदद मिलेगी।