Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत कार्यरत चिखली पुलिस ने एक बडी कार्रवाई करते हुए रावण गैंग की कमर तोड दी। रावण गैंग का फरार मकोका का आरोपी कपिल लोखंडे गुजरात से गिरफ्तार किया गया। पिंपरी चिंचवड़ शहर में आपराधिक गिरोह को नेस्तानाबुद करने के लिए पुलिस आयुक्तालय के आदेशानुसार पुलिस ने 2017 से रावण गैंग के खिलाफ छापेमारी शुरू की थी। अब तक 10 मामलों को अंजाम दिया गया है। इस कुख्यात गैंग के गिरोह और सभी आरोपी वर्तमान में येरवडा जेल में कैद हैं।
पुलिस को गुमराह करने के लिए सोन्या तपकीर हत्या के मुख्य अपराधी लोकेशन बदलते रहे
चिखली परिसर में रावण गैंग के करण रतन रोकड़े और मुंग्या उर्फ रुतिक रतन रोकड़े ने अपना अलग गैंग बनाया और चिखली इलाके में आतंक मचा दिया। इन दोनों के गिरोह के खिलाफ हत्या,हत्या का प्रयास,जबरन वसूली,चाकू और आग्नेयास्त्र का उपयोग करके हत्या का प्रयास,गंभीर चोट पहुंचाने जैसे कुल 21 गंभीर अपराध दर्ज किए गए हैं। करण रोकड़े पर इससे पहले मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया था और वह फिलहाल जमानत पर था। जबकि इसका भाई मुंग्या उर्फ रुतिक रतन रोकड़े के खिलाफ वर्ष 2021 में मोका के तहत कार्रवाई की गई थी। उन्होंने आतंक के बल पर फरियादी को डरा धमकाकर शिकायत वापस लेने पर मजबु किया और मोका से मुक्त हुआ। इसके बाद इसको मुंबई से तडीपार किया गया। इलाके में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए उन्होंने 22.05.2023 को दोपहर दो बजे चिखली कमानी के सामने सोन्या तपकीर नाम के 21 वर्षीय लड़के की गोलियों से भूनकर निर्मम हत्या कर दी। साजिश के मुताबिक उसने मध्य प्रदेश से पिस्टल खरीदी। गिरोह के मुखिया करण रोकड़े ने सोन्या पानसरे और सिद्धार्थ कांबले को पिस्तौल फायरिंग में प्रशिक्षित किया। इसके अलावा, वह अपनी मदद के लिए रिंकू यादव और मानव रोकड़े को निगरानी में रखकर अपराध की योजना बनाने की साजिश के तहत गोवा के लिए रवाना हो गया,जबकि उसका भाई मुंग्या उर्फ रुतिक रोकड़े हयास गोवंडी,मुंबई में था,इसलिए वह मुंबई के लिए रवाना हो गया। षडयंत्र में शामिल तड़ीपार आरोपी सचिन गायकवाड सतारा के लिए रवाना हो गया था। योजना के मुताबिक यह दिखाने के लिए कि घटना के समय वह पुणे में नहीं था, घटना के समय वह सिसिटीवी में गोवा में दिखा, भांडुप पुलिस स्टेशन, सतारा पुलिस स्टेशन, जो पुणे से बहुत दूर है। उसने अपने घर पर मोबाइल फोन चालू रखकर पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की। इसलिए पुलिस के लिए सबूतों की कड़ी जोड़ना और आपराधिक साजिश में उसकी संलिप्तता स्थापित करना एक बड़ी चुनौती बनी। आरोपी अपना निवास स्थान बदलता रहा। मोबाइल सिम कार्ड रोज बदल रहे थे। साथ ही, वह संचार के लिए हैट्स अप, इंस्टाग्राम, पफ जी जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा था, इसलिए पुलिस के लिए उसे ट्रैक करना मुश्किल था।
सहायक पुलिस निरिक्षक हरीश माने ने नेपाल बार्डर से किया गिरफ्तार
वारदात को अंजाम देने के बाद गोली चलाने वाला आरोपी सतारा में आरोपी सचिन गायकवाड़ के पास गया जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि मुख्य साथी आरोपी भागकर पहले गोवा, फिर सतारा, बारामती, वडोदरा, मध्य प्रदेश, मथुरा और अंत में नेपाल सीमा पर मधुबन उत्तर प्रदेश चला गया था। पुलिस ने उसका पीछा किया और आखिरकार वह उत्तर प्रदेश के मधुबन में नेपाल सीमा के पास नेपाल भागने की फिराक में था, तभी उसे गिरोह विरोधी दस्ते के एसपीओ ने पकड़ लिया। बड़ी मुश्किल से गुंडा विरोधी पथक के सहायक पुलिस निरिक्षक हरीश माने और उनकी टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
प्रेमिका से संपर्क किया और आरोपी कपिल लोखंडे हुआ गिरफ्तार
हालांकि अपराध की साजिश में शामिल आरोपी कपिल उर्फ विजय दीपक लोखंडे अपराध को अंजाम देने के बाद से फरार था। पहले उसकी लोकेशन तड़ीपार के आरोपी सचिन गायकवाड़ के साथ सतारा इलाके में थी। उसके बाद पाटस और फिर सिन्नर और आखिरी ठिकाना उसका निवास स्थान वडोदरा गुजरात था। इसके बाद जब पुलिस की एक टीम को गुजरात के वडोदरा भेजा गया तो वह वहां से भागने में सफल हो गया, तभी से चिखली थाने की पुलिस उसकी तलाश में थी। 28.07.2023 को कपिल लोखंडे ने इंस्टाग्राम के माध्यम से चिखली क्षेत्र में रहने वाली अपनी प्रेमिका से संपर्क किया। चिखली थाने की पुलिस ने तुरंत उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया और उसके माध्यम से आरोपी कपिल लोखंडे की लोकेशन ट्रेस हुई और पुलिस उप निरीक्षक बारावकर की एक टीम वडोदरा, गुजरात गए और वहां के स्थानीय मकरपुरा पुलिस स्टेशन की मदद ली और उसे हिरासत में लिया।
कार्रवाई करने वाली टीम
पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे,संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. संजय शिंदे,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वसंत परदेशी एसओ,पुलिस उपायुक्त डॉ. काकासाहेब डोळे पुलिस आयुक्त पद्माकर घनवट,के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानेश्वर काटकर, भानुदास बर्गे,एस.पी.एन. तोफीक सैयद,पुलिस उपनिरीक्षक पुजारी,कुमटकर,बरवाकर,वाडेकर,नागरे,तारालकर,सकोरे,जाधव,पिंजरी और केदार की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। नागेश माली ने विशेष तकनीकी सहायता प्रदान की गई है।