Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में दो कलयुगी बेटों ने अपने सोते पिता को मौत के घाट पर उतार दिया। शव का जलाकर इंद्रायणी नदी में राख को बिखेरा। इन दोनों ने पिता को मारने का प्लान दृश्यम देखने के बाद बनाया। हत्या के बाद उन्होंने स्नैक्स बनाने वाली भट्टी में पिता की लाश को जला दिया। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने हत्या के 8 दिन बाद शुक्रवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
सोते समय की पिता की हत्या
मरने वाले का नाम धनंजय नवनाथ बंसोडे है,जो अपने फूड कॉर्नर पर फरसान बेचता था। धनंजय का बड़ा बेटा 22 साल का सुजीत कंप्यूटर इंजीनियरिंग कॉलेज में सेकंड ईयर में पढ़ रहा था। जबकि 18 साल का दूसरा बेटा अभिजीत 12वीं कक्षा में पढ़ता था। दोनों ने 15 दिसंबर की रात पिता की हत्या की, उस वक्त धनंजय सो रहा था। म्हालुंगे थाना इंचार्ज किशोर पाटिल ने कहा कि 43 साल के धनंजय का सोशल मीडिया के जरिए नागपुर की एक महिला के साथ विवाहेतर संबंध था। इसको लेकर वह पत्नी और दो बेटों से आए दिन बहस करता था। वहीं आरोपी बेटों का कहना है कि वह महिला उनके पिता से अवैध संबंध बनाए रखने पर अड़ी थी, इसलिए दोनों भाइयों ने उसकी हत्या करने का फैसला किया।
पुलिस के मुताबिक पिता के शव को जलाने के बाद, दोनों भाइयों ने उसकी राख और हड्डियों को इंद्रायणी नदी के किनारे बिखेर दिया। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों भाइयों ने 19 दिसंबर को म्हालुंगे पुलिस स्टेशन में पिता की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।गुमशुदगी की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि धनंजय ने पिछले तीन साल में नागपुर की एक महिला को कई कॉल किए थे। पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि धनंजय ने महिला से अपने रिश्ते को लेकर परिवार से जान को खतरा होने की जानकारी दी थी। धनंजय ने सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए महिला को अपने जीवन के डर के बारे में भी लिखा था। आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूतों को नष्ट करना और गलत जानकारी देना) और 34 (समान मंशा से काम करना) के तहत गिरफ्तार कर लिया है।