Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड पुलिस मुख्यालय अंतर्गत कालेवाडी के रहने वाले पेंटर मनोज उर्फ जगदीश भुवाल मौर्या हत्याकांड में फरार दोनों पति पत्नी के विरुद्ध अपराध दर्ज करके आरोपी बनाया गया है। फिलहाल दोनों फरार हैं। पुलिस की टीम तलाश में जुटी है। जल्द ही गिरफ्तारी होगी। ऐसा खुलासा डीसीपी-2 बापु बांगर ने हमारे संवाददाता को दी है। इस अवसर पर एसीपी विशाल हिरे उपस्थित थे।
सीसीटीवी और गवाही के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोचा
पुलिस उपायुक्त बापुर बांगर ने बताया कि हत्या के बाद सभी आरोपी अज्ञात थे। पुलिस को कोई जानकारी नहीं थी कि हत्या किसने की? लेकिन वाकड पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक गणेश जवादवाड,डीबी विभाग प्रमुख चव्हाण और उनकी टीम ने कई सीसीटीवी को खंगाला और अन्य माध्यम से छानबीन करके 3 घंटे में भीतर 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया। उसी रात सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले के मुख्य गवाहदार की गवाही पर इस बात का खुलासा हुआ कि गिरफ्तार एक आरोपी की बहन से मृतक एडवांस पैसे लिए थे। उसी के पास पेंटिंग काम किया करता था। पैसे वापस नहीं दे रहा था,काम भी नहीं कर रहा था। उसको डराने धमकाने के इरादे से बुलाया गया था। जान से मारने का कोई इरादा नहीं था। लेकिन मारपीट के दौरान उसकी मृत्यू हो गई। जांच करने के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि पति-पत्नी दोनों का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष कनेक्शन है। इसका खुलासा होते ही दोनों को आरोपी की सूची में शामिल किया गया है। फिलहाल दोनो फरार हैं। पुलिस की रिमांड समाप्त हो चुकी है,फिलहाल 7 आरोपी येरवडा जेल में बंद है। दोनों पति-पत्नी की तलाश पुलिस कर रही है।
क्या था पूरा मामला?
आपको बताते चलें कि कालेवाडी का निवासी पेंटिंग काम करने वाले मनोज उर्फ जगदीश भुवाल मौर्या उम्र 27 को 26 जनवरी के दिन अपहरण करके उसकी बेरहमी से पीट पीट कर हत्या करने की घटना घटी। इस हत्याकांड़ में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी आकाश दत्ते उम्र 23 नि.जीजामाता चौक,वाल्हेकरवाडी की आखिरी गिरफ्तार हुई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि 14 दिन बीत जाने के बावजूद अभी भी पति-पत्नी पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर है। क्या गिरफ्तारी से पूर्व जमानत पाने के लिए समय दिया जा रहा है? पुलिस उपनिरिक्षक जो इस केस के जांच अधिकारी हैं,उनका कहना है कि कुल 9 लोग हत्याकांड में लिप्त हैं। आरोपित स्मिता तुषार हांडे और तुषार मारुति हांडे फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीम दबिश दे रही है। वाकड 84/2024,भारतीय दंड विधान की धारा 364,302,201,143,145,148,149 इन धाराओं के तहत गिरफ्तारी की है।
मौर्या की हत्या कैसे और क्यों हुई ?
कालेवाडी में रहने वाले मनोज मौर्या पेंटिंग काम करते थे। पेंटिंग काम के लिए 50 हजार रुपये एडवांस लिया था। किसी कारण समय पर काम नहीं कर सका। एडवांस के पैसे खर्च होने के कारण वापस करने की स्थिति में नहीं था। इधर आरोपियों की ओर से पैसे वापस करने का दबाव निरंतर बनाया जा रहा था। धमकियां भी मिल रही थी। 26 जनवरी के दिन सुबह 8 बजे पूर्व नियोजित साजिश के तहत मौकाई चौक,रावेत परिसर में बुलाया। वहां आरोपियों ने मौर्या का अपहरण करके कार में बैठाकर ले गए। वाल्हेकरवाडी में रहने वाले शुभम वाल्हेकर और उसके साथियों कुणाल सुरेश भारम (उम्र 23 वर्ष) सौरभ राजेंद्र वाघमारे (उम्र 25 वर्ष) अक्षय लक्ष्मण पाटिल (उम्र 23 वर्ष)बिजलीनगर,रिक्शा चालक दिनेश रामेश्वर मस्के (उम्र 27 वर्ष) और सागर जगन जाधव (उम्र 23 वर्ष) मिलकर रहाटनी फाटा के एक पत्रा शेड में ले गये और पैसे की मांग करते हुए मनोज उ़र्फ जगदीश मौर्य का मुँह रिबन से और पैर डंडे से बाँधकर प्लास्टिक पाइप से पीटा। मृतक मौर्या बेहोश हो गया। सभी आरोपी डर गए और मृतक मनोज मौर्या को एक ऑटो रिक्शा में डालकर थेरगांव के नगरपालिका अस्पताल में छोड़ कर फरार हो गए। अस्पताल में इलाज से पहले ही मनोज मौर्या की मौत हो गई।
उत्तर भारतीय समाज की ओर से रास्ता रोको आंदोलन किया गया
26 जनवरी दोपहर के समय मृतक मौर्या का शव एक एम्बुलेंस में लाकर उत्तर भारतीय समाज की ओर से कालेवाडी चौकी के सामने रास्ता रोको आंदोलन किया गया। लंबा जाम लगने से पुलिस प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। एसीपी विशाल हिरे अपने पुलिस बल के साथ पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। कहा कि 6 लोग गिरफ्तार हैं,अगर कोई और शामिल है तो उसकी जांच करके उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा ऐसा आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए। इस हत्याकांड़ का एक चश्मदीद गवाह है,जो अपना बयान वाकड पुलिस थाने में दर्ज करा चुका है। अपने बयान का वीडियो रिकॉर्ड भी पुलिस को सौंपा है। पुलिस ने एक इन्होवा-12 नंबर की गाडी जब्त की है।