Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे,पिंपरी चिंचवड़ शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्घटनाएं होने वाले स्थानों (ब्लैक स्पॉट) का वैज्ञानिक रूप से विश्लेषण किया जाना चाहिए ताकि दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाया जा सके और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वहां किए जाने वाले उपायों को निर्धारित करने के लिए संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सके।इसके लिए संबंधित पालिका, लोक निर्माण विभाग के साथ-साथ परिवहन एवं पुलिस विभाग संयुक्त सर्वे करें। ऐसा निर्देश जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख ने दिया।
वे समाहरणालय में आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बोल रहे थे। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के अधीक्षक अभियंता बप्पा बहिर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक संजय कदम, प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संजीव भोर, पिंपरी चिंचवड़ के उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अतुल आडे, कार्यकारी अभियंता मिलिंद बारभाई, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यकारी अभियंता धनंजय देशपांडे, परिवहन विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त मछिंद्र खाड़े और अन्य उपस्थित थे। बैठक में ’ब्लैक स्पॉट’ मरम्मत की समीक्षा की गयी। इस दौरान जानकारी दी गई कि सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं पुणे शहर में होती हैं। कलेक्टर ने यह भी कहा कि एकीकृत सड़क दुर्घटना सूचना प्रणाली यानी ’आईआरएडी’ पर दुर्घटनाओं की जानकारी का विश्लेषण कर दुर्घटनाओं के कारणों और उस स्थान पर किये जाने वाले उपायों पर चर्चा की जानी चाहिए।
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संबंधित स्थानों पर किये जाने वाले अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपाय निर्धारित किये जाने चाहिए। जहां गति नियंत्रण के लिए रंबलर, थर्मोप्लास्टिक रोड मार्किंग, नोटिस बोर्ड, रोड रिफ्लेक्टर, ब्लिंकर, रिफ्लेक्टर आदि लगाने के आवश्यक उपाय किए जाएं। इसके लिए ब्लैकस्पॉट एवं सुझाए गए उपायों के अनुसार संयुक्त सर्वेक्षण कराया जाए। डॉ.देशमुख ने यह भी कहा कि सर्वेक्षण के लिए इस क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञ सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।
दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि को रोकने के लिए 108-एम्बुलेंस सेवा की एम्बुलेंसों के स्थायी ठहराव स्थल निर्धारित करने, दुर्घटना पीड़ितों को शीघ्र अस्पताल पहुंचाने के लिए आपातकालीन परिवहन योजना तैयार करने की कार्यवाही की जाए। संभव है, आदि देशमुख द्वारा दिया गया। पुणे जिले में 63 ब्लैक स्पॉट हैं। बहिर ने कहा कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में नेवले पूल पर दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा, इसी तरह, पुणे-अहमदनगर और पुणे-सोलापुर मार्गों पर भी उपाय किए जा रहे हैं। इस मौके पर लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई और ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रोपीज की ओर से एक प्रेजेंटेशन दिया गया। इस समय कहा गया कि 2020 के बाद से पुणे शहर में दुर्घटनाओं की संख्या में 113 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि हेलमेट के उपयोग को लेकर और अधिक जागरूकता लाने की जरूरत है। ऐसा डॉ.राजेश देशमुख ने कहा।