Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) मराठा समुदाय के नेता मनोज जारांगे पाटिल ने कल आधी रात को पिंपरी चिंचवड़ शहर में प्रवेश किया है। लाखों प्रदर्शनकारी उनके साथ हैं। उनके साथ हजारों कारें साथ चल रही हैं। मनपा के विरोधी नेता नाना काटे अपने समर्थकों के साथ रात के समय स्वागत करते नजर आए तो निगडी भक्ति शक्ति चौक पर लाखों की तादाद में मराठा समाज के लोग जरांगे पाटिल के स्वागत में घंटों खडे थे। ब्रिज के ऊपर भी लोग भारी संख्या में दिखाई दिए।
जरांगे पाटिल के काफिले पर पुष्पवर्षा
उनके समर्थन के लिए लाखों लोग एकत्र हुए हैं। शहर में मनोज जारांगे और आंदोलनकारियों के लिए पानी की बोतलें और नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। मनोज जारांगे पाटिल के स्वागत के लिए हजारों लोग देर रात तक सड़कों पर खड़े थे। पुलिस कर्मी,एंबुलेंस भी तैनात किए गए थे। पिंपरी चिंचवड़ शहर में मनोज जारांगे का पुष्पवर्षा और आतिशबाजी कर जोरदार स्वागत किया गया।
आधी रात को शहर में कितने बजे कहां कहां काफिला पहुंचा?
पिंपरी चिंचवड में मनोज जरांगे पाटिल का काफिला सांगवी फाटा में रात 1 बजे प्रवेश किया। रक्षक सोसायटी चौक मार्ग से जगताप डेअरी चौक पर 1.30 बजे काफिला पहुंचा। जहां नाना काटे ने अपने समर्थकों के साथ जोरदार स्वागत किया। काटे और जरांगे पाटिल एक दुसरे से हाथ मिलाए और गुप्त वार्ता हुई। 2 बजे कालेवाडी फाटा,2.25 मिनट में संतोनगर,3.10 बजे डांगे चौक में एन्ट्री हुई। यहां छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले पर पुष्पहार अर्पण किया। यहां चाय नाष्टा की व्यवस्था की गई थी। बिर्ला हॉस्पिटल मार्ग से चापेकर चौक तड़के 4.40 बजे पहुंचे। चापेकर चौक में ज्यादा समय के लिए पडाव रहा। एक सभा को भी संंबोधित किया। आकुर्डी मार्ग से निगडी भक्ति शक्ति चौक पहुंचे। यहां पुष्पवर्षा की गई। सुबह 6 बजे काफिला लोनावला की ओर आगे बढा।
गरीब मराठा के बच्चों के भविष्य के लिए संघर्ष जारी रहे-जरांगे पाटिल
मनोज जरांगे पाटिल ने अपने बयान में कहा कि उसे राजनीति क्षेत्र में नहीं जाना,मुझे कुछ नहीं चाहिए,मेरे लिए जनता ही सबकुछ है। मैंने अपने परिवार को बाजू रख दिया है। मराठा आरक्षण की लडाई किसी भी कीमत पर जीतनी है। इसमें मेरी मौत भी जो जाए तो भी यह लडाई अपने बच्चों के आने वाले भविष्य के लिए जारी रखना है। गरीब मराठा के बच्चों को आरक्षण मिलना चाहिए। डॉक्टरों ने मुझे आराम करने की सलाह दी है। 26 दिन के भूखहडताल से शरीर साथ नहीं दे रहा है। आंदोलनकारी अनुशासन के सिपही बनकर मुंबई तक पहुंचना है। नशा से दूर रहें। 26 जनवरी को मुंबई में बडी ताकत दिखाने के लिए तैयार रहें।