Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री अजीत पवार ने शहर में विभिन्न विकास कार्यों के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिया कि प्रशासनिक भवन के कार्यों को करते समय, गुणवत्तापूर्ण कार्यों को करने के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करें जो अगले 100 वर्षों तक चलेगा।
इस अवसर पर महानिरीक्षक पंजीयन एवं नियंत्रक मुद्रांक हीरालाल सोनवणे, कलेक्टर डॉ.राजेश देशमुख, संयुक्त महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक स्टांप नंद कुमार काटकर, उप महानिरीक्षक पंजीयन उदयराज चव्हाण, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता अतुल चव्हाण, अधीक्षण अभियंता बप्पा बहिर, ’सीईओपी’ के कुलपति सुधीर अगाशे, प्रो. भालचंद्र बिराजदार, रजिस्ट्रार दयाराम सोनवणे सहित अन्य उपस्थित थे।
’नन्दनी भवन’ में विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने संबंधित अधिकारियों से कार्य की जानकारी ली।’पंजीकरण भवन’ का कार्य करते समय मुख्य रूप से बिजली, पार्किंग स्थल, सोलर पैनल, सीढ़ियों के बीच की दूरी, सीढ़ियाँ, अग्नि शमन प्रणाली, नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जाना चाहिए। पर्याप्त धूप और वेंटिलेशन के साथ काम करें। भवन के अग्रभाग पर विभाग का एक बड़े आकार का प्रतीक चिन्ह लगाया जाना चाहिए। दीवार के काम में मजबूत ईंटों का प्रयोग करना चाहिए। क्षेत्र में अधिक पेड़ लगाएं।
शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने के लिए कार्य किये जायें। भवन निर्माण में टिकाऊ पत्थर का प्रयोग करना चाहिए। छात्रों की सुरक्षा पर भी विचार किया जाना चाहिए। पूर्व छात्रों के विचारों एवं सुझावों पर विचार करें। पवार ने दिया। इमारतें पूरी होने के बाद रखरखाव और मरम्मत की लागत कम की जानी चाहिए। पार्किंग स्थल की योजना बनाते समय कार्यालय में जनशक्ति के साथ-साथ नागरिकों के वाहनों पर भी विचार किया जाना चाहिए। इस क्षेत्र में किसी विशेषज्ञ से लगातार मार्गदर्शन लें। भवन बनने के बाद नागरिकों को संतुष्टि महसूस होनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री पवार ने शिवाजीनगर में सरकारी इंजीनियरिंग भवन के क्षेत्र में विभिन्न भवनों और प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के प्रमुख से वहां के कार्यों के बारे में जानकारी ली।