Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिले के पालक मंत्री चंद्रकांत पाटिल द्वारा उनके उपर फेंकी गई स्याही के बाद से राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। शुक्रवार को भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंकने की घटना घटी। यह पुलिस की नाकामी का नतीजा रहा। इसके बाद पिंपरी चिंचवड पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने बडी कार्रवाई करते हुए 11 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल की पुलिस सुरक्षा में सेंध लगाकर कुछ कार्यकर्ता स्याही फेंकने में कामयाब हुए थे।
11 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया
चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंके जाने के बाद पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अंकुश शिंदे ने आठ पुलिस कर्मियों और तीन अधिकारियों सहित कुल 11 लोगों को निलंबित कर दिया है। मनोज गरबाडे और उसके दो साथियों ने उचित व्यवस्था के बावजूद चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंक दी।
एक पत्रकार को भी गिरफ्तार किया गया
कल पिंपरी चिंचवड़ में चंद्रकांत पाटिल को फेंके जाने के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया था। अब इस घटना का असर पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरेट में पड़ा है। घटना के बाद आठ पुलिस कर्मियों और तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। अब चंद्रकांत पाटिल से धोखाधड़ी के मामले में एक पत्रकार को भी गिरफ्तार हुआ है। चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंकने वाले दो व्यक्तियों में यह पत्रकार भी शामिल था। पुलिस ने दावा किया है कि शाई फेंकने का वीडियो वायरल किया गया है।
चंद्रकांत पाटिल ने वास्तव में क्या कहा?
मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कल थप्पड़ मारने के बाद मीडिया से बातचीत की थी। इस समय पाटिल ने इस घटना की निंदा की थी। चंद्रकांत पाताल ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में भीड़ का राज चल रहा है, हिम्मत है तो सामने आइए। साथ ही, यह लोकतंत्र नहीं है। इस घटना में पुलिस को दोष देने का कोई कारण नहीं है। विनंत पाटिल ने उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा कि पुलिस में कुछ भी गलत नहीं है, उन्हें निलंबित न करें। हालांकि चंद्रकांत पाटिल के अनुरोध के बावजूद 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
वास्तव में क्या हुआ?
चंद्रकांत पाटिल पर शनिवार शाम चिंचवड में स्याही फेंका गया था। पाटिल ने डॉ.बाबासाहेब अंबेडकर,महात्मा फुले और कर्मवीर भाऊराव पाटिल के बारे में विवादित बयान दिए थे। पाटिल मोरया देवस्थान के कार्यक्रम में चिंचवड गांव आए थे। इसी जगह एक शख्स ने उन पर स्याही फेंककर घटना को अंजाम दिया।
क्या है चंद्रकांत पाटिल का वह बयान?
चंद्रकांत पाटिल ने पैठण में एक कार्यक्रम में स्कूलों को दिए जाने वाले अनुदान को लेकर कहा था कि, कर्मवीर भाऊराव पाटिल ने स्कूल शुरू किए। डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर और महात्मा जोतीराव फुले ने भी स्कूल शुरू किए। जब उन्होंने स्कूल शुरू किया तो सरकार ने सब्सिडी नहीं दी। इसलिए वे स्कूल चलाने के लिए पैसों की भीख माँगी। उन दिनों कुछ लोग थे जो 10 रुपये देते थे। अब लोग 10-10 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहे हैं। इस बयान के बाद महाराष्ट्र में तनाव की स्थिति बन गई।