Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे शहर पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाले कई पुलिस स्टेशनों की सीमा में अवैध धंधों की भरमार है। देर रात तक होटल खुले रहते हैं जिसमें शराब व शबाब का धंधा जोरों पर फलफुल रहा है। अवैध जुगार मटका,वेश्या व्यवसाय,गुटखा की बिक्री शुरु है। ऐसा नहीं है कि स्थानीय पुलिस को इसकी खबर नहीं। बल्कि इनके ही आशीर्वाद से यह धंधा शुरु है। कई वसूलीबाज पुलिस वाले इन अड्डों पर और आसपास अक्सर दिखाई देते हैं। परिसर के नागरिक काफी परेशान और मानसिक प्रताडना में जी रहे है। उनकी मजबुरी है कि अवैध धंधों के खिलाफ विरोध नहीं कर सकते। क्योंकि अवैध धंधा चालकों के गुंडे उनको परेशान करने लगते है।
कुछ पुलिस कर्मचारी केवल वसूली के काम में लगे,वेतन सरकार का लेते
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूतपूर्व पुलिस आयुक्त श्री ब्यंकटेशम ने कई वसूली करने वाले पुलिस कर्मचारियों को मुख्यालय में अटैच कर दिया था। उसके बाद पुणे पुलिस आयुक्त का पदभार अमिताभ गुप्ता ने संभाला उन्होंने भी इस तरह के भ्रष्ट पुलिस कर्मिचारियों को मुख्यालय में ही रखा। सूत्रों की माने तो इन वसूलीवाजों ने पुलिस स्टेशन, क्राइम ब्रांच में तबादला कराने के लिये ऐढी चोटी का जोर लगा दिया। अब हाल ही में यह देखने को मिल रहा है कि कुछ वसूली बहादुर अपने मकसद में कामयाब हो गये और वसूली भी शुरू कर दी है। अगर देखा जाए तो कुछ पुलिस कर्मचारी तो अपनी सेवा सिर्फ वसूली में ही दे रहे है और वेतन सरकार से ले रहे हैं।
पुलिस आयुक्त अवैध धंधों और वसूलीबाज पुलिस वालों पर क्या नकेल कसेंगे ?
चर्चा तो यह भी है कि पुलिस स्टेशन से जिस वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक का अंतर्गत तबादला होता है वह अपने साथ अपने वसूली वाले का ट्रांसफर अपने साथ करवा लेता है। कारण दोनों के बीच विश्वास की गाँठ होती है, नए पर भरोसा नहीं करते। पुलिस विभाग के गलियारों मे तो चर्चा यह भी है कि यह यह सब नव नियुक्त पुलिस आयुक्त को गुमराह करके इनके तबादले किए है जबकि इन वसूली बहादुरों को गुप्ता ने मुख्यालय में रखकर एक तरह से सजा देने का काम किया था। भारती विद्यापीठ,मुंढवा,हडपसर,लोहगांव,कोथरुड पुलिस स्टेशन सीमा में अवैध धंधों की बाढ़ और वसूली जोरों पर चल रही है। ऐसी बातें छनकर आ रही है। इससे क्राइम बढ़ता है,ऐसे अड्डों पर तडीपार गुंडों से लेकर खूंखार गुंडे आश्रय लेते है। अगर कोई ईमानदार पुलिस अधिकारी अचानक इन अवैध धंधों पर छापा मारा तो बडे बडे मगरमच्छ हाथ लग सकते है। जिनका पुलिस से डायरेक्ट कनेक्शन होने का अहम सुराग मिल सकता है और वसूलीबाजों के चेहरों से नकाब उठ सकता है। अब देखना है कि इस काम के लिए नए पुलिस आयुक्त रितेश कुमार अपने किस होनहार,ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ,तेजतर्रार पुलिस अफसर को कार्रवाई के लिए कमान सौंपते है।