Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र में पुणे में कार हादसे पर अब महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है। शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने पुणे कमिश्नर को हटाने की मांग की है तो वहीं दूसरी तरफ उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर सख्त एक्शन का वादा किया है। फडणवीस ने जेजे बोर्ड के फैसले आश्चर्यजनक बताया है। डिप्टी सीएम की बैठक के बाद पुलिस के भी बदले तेवर। डिप्टी सीएम ने किशोर बोर्ड के फैसले पर जताई नाराजगी। फडणवीस की बैठक के बाद पुणे एक्सीडेंट में नया मोड़ आ गया। पिता विशाल अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद बेटे को व्यस्क मानकर उसके ऊपर भी केस चलाया जाएगा। साथ ही पुलिस कमिश्रन अमितेश कुमार ने पब मालिक,मैनेजर को गिरफ्तार किया है। दुर्घटना में मारे गए दो आईटी पेशेवरों की पहचान मध्य प्रदेश के रहने वाले अनीस अवधिया (24) और अश्विनी कोस्टा (24) के रूप में की गई। आज पुलिस ने आरोपी के पिता को कोर्ट में पेश की।
सरकारी वकील ने कोर्ट में दागे चौंकाने वाले सवाल
आज कोर्ट में सरकारी वकील ने ब्लैक पब के कर्मचारियों नितेश शेवानी और जयेश बोनकर से पूछताछ की,जिनकी सदस्यता ने नाबालिग को वहां प्रवेश करने की अनुमति दी थी। साथ ही विशाल अग्रवाल ने बिना नंबर प्लेट के कार चलाने की इजाजत क्यों दी? पिता ने बेटे को पब में जाने की इजाजत क्यों दी? बच्चे को पॉकेट मनी किस रूप में खर्च करने के लिए दी जाती है? केस दर्ज कराने के बाद विशाल अग्रवाल क्यों हो गया फरार? जब वे संभाजी नगर में मिले तो उन्हें एक साधारण मोबाइल फोन मिला। उनके बाकी मोबाइल फोन कहां हैं? इस मामले में शराबबंदी कानून क्यों नहीं लगाया गया? ऐसे सवाल पूछे। इन सभी सवालों का जवाब पाने के लिए सरकारी वकील ने आरोपी के लिए 7 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की। न्यायाधीश ने 24 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
आरोपी के पिता पर कोर्ट में स्याही फेंकी गई
आज पुणे कोर्ट में आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल को पुलिस पेश करने ले जा रही थी तब वंदे मातरम संघटना के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने स्याही फेंकी। पुलिस हरकत में आ गई और कार्यकर्ताओं को नियंत्रित किया। वंदे मातरम संघटना के कार्यकर्ता मकोका के तहत कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उधर कल पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने ओपन चैलेंज देते हुए कहा कि आरोपी को वयस्क के दायरे में लाकर सख्त कार्रवाई करेंगे। पुलिस बिना किसी के दबाव में काम कर रही है। अगर किसी को लगता है तो वो आकर कानूनी दांव पेच पर खुली बहस कर सकता है। ज्वाइंट प्रेसवार्ता में गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। आरोपी की रिहाई आश्चर्यजनक है। पुलिस स्टेशन में आरोपी को पिजा,बर्गर खिलाने की बात हो रही है। आधी रात के बाद राकांपा के विधायक टिंगरे पुलिस थाने में आया। क्या बातें की? थाने की सीसीटीवी को खंगाला जाएगा। अगर साबूत पाए गए तो किसी को बक्शा नहीं जाएगा। गृहमंत्री फडणवीस पूरी तरह से पुलिस के सपोर्ट में खड़े है और स्वतंत्र होकर बिना दबाव की कार्रवाई करने का आदेश दिया है। गृहमंत्री स्वयं इस केस की मॉनिटरिंग कर रहे है। पुलिस कमिश्नर सीधे गृहमंत्री को अपनी पल पल अपडेट की रिपोर्ट बता रहे हैैं।