Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) आयकर विभाग द्वारा चलाए गए एक जांच अभियान में ओलायन डेसकॉन कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। राज्य जीएसटी विभाग की पुणे टीम ने यह कार्रवाई की है। इस कंपनी के चार मुख्य सप्लायर फर्जी पाए गए हैं।
इन चारों सप्लायर्स ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए फर्जी तरीके से अपना जीएसटी दर्ज कराया है। इस संबंध में अलग-अलग जगहों पर इन सप्लायरों की जांच की गई। इसमें पाया गया कि सिराजुद्दीन कमालुद्दीन चौधरी उम्र- 29 वर्ष ने बिना मूल रसीद के 70.22 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जमा कराये है। साथ ही ओलयान डेस्कन कंपनी में 12.59 करोड़ का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट दिखाया गया है।
सिराजुद्दीन फरार था, और उत्तर प्रदेश में छिपा हुआ था। एक विशेष जांच दल का गठन किया गया और उसे पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश भेजा गया। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से ट्रैक किया गया और 10 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश द्वारा ट्रांजिट रिमांड पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पुणे के समक्ष पेश किया गया। आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
यह कार्रवाई आयकर विभाग की पुणे शाखा के अपर आयुक्त धनंजय अखाड़े, संयुक्त आयुक्त दीपक भंडारे और उपायुक्त मनीषा गोपाल भोईर ने की। अभियान का नेतृत्व राज्य आयकर विभाग के सहायक आयुक्त सचिन सांगले, दत्तात्रेय तेलंग, सतीश लंका और सतीश पाटिल ने किया। उनके साथ आयकर विभाग के कुछ अन्य अधिकारी भी इस अभियान में शामिल थे।
वर्ष 2022-23 में महाराष्ट्र जीएसटी विभाग द्वारा की गई यह 68वीं गिरफ्तारी है। इस गिरफ्तारी के जरिए चेतावनी दी जा रही है कि आरोपी अगर किसी दूसरे राज्य में छिपा है तो भी वह विभाग से बच नहीं सकता है। इससे पहले भी विभाग इस तरह की कार्रवाई कर गुजरात और गोवा जैसे राज्यों से आरोपितों को हिरासत में ले चुका है।