Pcmc News पिंंपरी(व्हीएसआरएस् न्यूज) पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका द्धारा अप्रैल 2021 में मोबाइल सर्वेक्षण टॉवर ओवरहेड भूमिगत केबल का ई टेंडर जारी किया था। परंतु अभी तक काम का आदेश(वर्क्स ऑर्डर) नहीं दिया गया। यह टेंडर पिंपरी चिंचवड मनपा में अवैध ऑपटिकल फाइबर,डक्ट,ओवर हेड सर्वे के लिए था। इस टेंडर प्रक्रिया में तीन कंपनियों ने हिस्सा लिया था। उसमें से एक कंपनी एल-1(न्यूनतम दर) में थी। जिसके कारण पालिका प्रशासन ने इस कंपनी का टेंडर मंजूर कर ली थी। लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि एक साल बीत जाने के बाद भी पालिका प्रशासन ने वर्क्स ऑर्डर अभी तक नहीं दिया।
पालिका अधिकारियों और टेलिकॉम कंपनियों की मिलिभगत से 270 करोड़ का फर्जीवाड़ा
इस बारे में पूर्व नगरसेवक मयूर कलाटे ने मनपा आयुक्त को एक पत्र सौंपकर बात संज्ञान में लाया और गंभीरता से ध्यान देने की अपील की थी। आयुक्त शेखर सिंह ने आश्वासन दिया था कि वर्क्स ऑर्ड यथाशीघ्र जारी करेंगे। लेकिन तीन महिने के बाद भी परिस्थिति ‘जैसे थे’ की है। वर्क्स ऑर्डर विलंब होने के कारण कलाटे को शंका हुआ और वह संबंधित टेलिकॉम कंपनी आयडीया,एयरटेल,टाटा,रिलायंस और इन सबकी कॉन्ट्रेक्टर कंपनी विक्रम टेलि इन्फ्रा प्रा.लि. और विक्रम टेलि मेटिक्स प्रा.लि. के बारे में पिंपरी चिंचवड मनपा से आरटीआई द्धारा कितने किमी खुदाई काम का परमिशन दिया गया है? इस बारे में जानकारी मांगी थी। पालिका प्रशासन ने 12 अगस्त 2022 को आरटीआई पत्र का जवाब दिया। जिसमें खुलासा हुआ कि आयडीया,एयरटेल,टाटा,एयरसेल को एक भी परमिशन पालिका की ओर से नहीं मिला था। विक्रम टेलि इन्फ्रा और विक्रम टेलि मेटिक्स प्रा.ली. नामक कंपनी केवल 700 मीटर का परमिशन लिया था और अपने आईपी-1 लाइसेंस के द्धारा संबंधित कंपनी आयडीया,एयरटेल,टाटा,एयरसेल को परमिशन कॉपी में फर्जीवाडा करके नकली स्टैम्प पेपर और रबरी शिक्का बनाकर 270 किमी दिखाया और इन कंपनियों को बेचा। जिसके कारण मनपा और टेलिकॉम कंपनी के साथ धोखाधड़ी की गई। साथ ही मनपा को 270 करोड रुपये राजस्व का नुकसान हुआ। मनपा का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है।
मयूर कलाटे ने महाघोटाला की आयुक्त से की जांच की मांग
पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका में आयडीया,एयरटेल,टाटा,एयरसेल इन सबका फाइबर केबल,टॉवर सब चालू है। जिसमें इंटरनेट,मोबाईल टॉवर चल रहा है। अगर पालिका ने परमिशन नहीं दिया तो इतने बडे पैमाने पर क्या कोई अवैध तरीके से चला रहा है क्या? मनपा के क्या कुछ संबंधित अधिकारी और टेलिकॉम वेंडर कंपनी आपस में मिलिभगत करके पालिका को करोडों रुपये का चूना लगा रहे है? पालिका आयुक् शेखर सिंह इस महाघोटाला प्रकरण और पालिका के संबंधित अधिकारी और टेलिकॉम कंपनी के बीच अवैध कनेक्शन के बारे में किसी ईमानदार अधिकारी से जांच कराएं। ताकि करोडों का राजस्व नुकसान का खुलासा हो सके। ऐसी मांग मयूर कलाटे ने की है।