Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य की जेलों की क्षमता से अधिक कैदी होने के कारण राज्य के पांच स्थानों नगर, ठाणे, येरवडा, पालघर और गोंदिया में नई जेलों का प्रस्ताव राज्य कारागार विभाग की ओर से महाराष्ट्र आवास कल्याण निगम की ओर से भेजा गया है। कैदियों की बढ़ती संख्या जेल व्यवस्था पर दबाव डाल रही है। जेलों में बिना सजा पाने वाले (विचाराधीन कैदी) कैदियों की संख्या बढ़ रही है।
प्रदेश की सभी 60 जेलों में 24 हजार 722 कैदियों को रखने की क्षमता है। दरअसल प्रदेश की विभिन्न जेलों में 41 हजार 191 कैदी हैं। इनमें से 70 फीसदी कच्चे कैदी हैं। जेल प्रशासन के पास एक ही विकल्प बचा है कि जेलों की क्षमता बढ़ाई जाए और जेलों की संख्या बढ़ाई जाए। प्रदेश में पांच जगहों पर नई जेल बनाने का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा गया है। कारागार विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने बताया कि संबंधित प्रस्ताव की स्वीकृति मिलते ही कारागार का निर्माण कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिया जायेगा।
राज्य की सबसे बड़ी जेल के रूप में जानी जाने वाली पुणे की येरवडा जेल में 2,449 पुरुष और महिला कैदियों की क्षमता है। दरअसल येरवडा जेल में 6 हजार 821 कैदी रखे गए हैं। कई मामले कोर्ट में लंबित हैं। इसलिए कच्चे कैदियों की संख्या बढ़ गई है।
प्रदेश में 45 स्थानों पर 60 कारागार हैं और प्रदेश भर की कारागारों की क्षमता 24 हजार 722 है। हालांकि, हकीकत में प्रदेश की जेलों में फिलहाल 39 हजार 548 पुरुष बंदी, 1627 महिला बंदी और 41 हजार 191 बंदी हैं। कारागार विभाग की सांख्यिकीय रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 में प्रदेश के कारागारों की निरोध क्षमता 23 हजार 592 थी। 2022 में यह बढ़कर 24 हजार 722 हो गई। पिछले सात वर्षों में जेल की क्षमता में केवल 1,300 कैदियों की वृद्धि हुई है। इसलिए, जेल प्रशासन के पास नए भर्ती कैदियों के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण जेल में बुनियादी सुविधाओं पर दबाव बढ़ गया है।
पांच नई जेलों की क्षमता.. शहर के नारायणदोह में 11 एकड़ में 500 कैदियों की क्षमता वाली नई जेल प्रस्तावित है और इसके लिए 95 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। पालघर में 25 एकड़ में 1500 बंदियों की क्षमता वाली नई जेल प्रस्तावित है और इसके लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। ठाणे और येरवडा (पुणे) में प्रत्येक 3,000 कैदियों की क्षमता वाली जेलों का निर्माण प्रस्तावित है। गोंदिया में 349 कैदियों की क्षमता वाली एक नई जेल की भी योजना बनाई गई है।