Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में फर्जी स्कूलों को लेकर हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इसमें शिक्षा आयुक्त के जिस हस्ताक्षर से स्कूल स्वीकृत होना था, वह अब प्रश्नचिन्ह बन गया है। जानकारी सामने आयी है कि तत्कालीन शिक्षा आयुक्त पुरुषोत्तम भापकर के फर्जी हस्ताक्षर किए हैं। ऐसे में अब फर्जी स्कूलों का मंत्रालय कनेक्शन सामने आने की संभावना है। दूसरी ओर शिक्षा आयुक्त कार्यालय की भी जांच की जाएगी। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि फर्जी स्कूलों के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम सामने आ सकते हैं। शिक्षा आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर से फर्जी स्कूल शुरू करने की बात सामने आयी है, अब प्रदेश के स्कूलों पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। फर्जी स्कूलों को लेकर पुणे के समर्थ थाने में मामला दर्ज किया गया है और इसकी जांच के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसमें गणेश इंटरनेशनल स्कूल के संबंध में फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया गया है।
पुणे में फर्जी स्कूलों का मामला सामने आने के बाद जांच के बाद दोषी पाए जाने पर पुणे के समर्थ थाने में मामला दर्ज किया गया था। फर्जी स्कूलों के अपराध के तहत जांच करते हुए आरोप लगाया गया है कि आयुक्त ने फर्जी हस्ताक्षर किए हैं और उसी के अनुसार जांच शुरू कर दी गई है। राज्य में फर्जी स्कूलों का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि मंत्रालय के बाद अब इसकी डोर शिक्षा आयुक्त कार्यालय पहुंच गई है।
स्कूलों की एनओसी फर्जी पाए जाने के बाद तीनों स्कूलों के खिलाफ समर्थ थाने में मामला दर्ज किया गया था। इन सबके बाद चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी। शिक्षा आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर से कुछ आदेश किए गए हैं। अब मांग उठ रही है कि इन सभी मामलों में शिक्षा आयुक्त कार्यालय का हाथ हो।
गणेश इंटरनेशनल स्कूल ने शिक्षा आयुक्त भापकर के आदेश की नकल कर फर्जी आदेश बनाया, पुरुषोत्तम भापकर 2015 से 16 तक शिक्षा आयुक्त रहे लेकिन आदेश 2018 का है। इतना सब होने के बाद जिला परिषद शिक्षा विभाग की ओर से इन स्कूलों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा, लेकिन चूंकि इस मौके पर शिक्षा आयुक्त कार्यालय की जांच कराई जाएगी, इसलिए पुलिस जांच पर ध्यान दे रही है।