Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के इतिहास में हजारों करोड रुपये के ड्रग्स जब्त होने पर पुलिस की कार्रवाई से खुश होकर गृहमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने 25 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। लेकिन पुणे के कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेरकर ने राज्य के गृहमंत्री और उप मुख्यमंत्री फड़णवीस पर तीखा हमला बोला है। ड्रग पर कार्रवाई के लिए पुणे पुलिस को 25 लाख का इनाम देकर देवेंद्र फड़नवीस गृहविभाग की विफलता को छिपा रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि अगर ऐसा था तो ये ड्रग्स पहले क्यों नहीं जब्त की गई?
रवींद्र धांगेकर ने क्या कहा?
जब ललित पाटिल के पास इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स मिली थी। उस वक्त उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन संजीव ठाकुर को गिरफ्तार नहीं किया गया था। संजीव ठाकुर को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। इसके बाद से ड्रग्स के रैकेट की चर्चा पुणे में है। संजीव ठाकुर की गिरफ्तारी के लिए गृह मंत्रालय को पत्र दिया गया था लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इसका मतलब है कि बीजेपी नेताओं का इस मामले से कुछ लेना-देना है। इसके साथ ही पिछले दो दिनों में पुणे में 4000 करोड़ की ड्रग्स मिली हैं, लेकिन हम मांग कर रहे हैं कि पिछले साल के ड्रग रैकेट का खुलासा किया जाए और उसका पता लगाया जाए। लेकिन अब ये दवाएं कैसे मिलीं। अगर ये दवाएं अब मिलीं तो जांच एजेंसी पूरे साल क्या कर रही थी? ये सवाल मैंने पुणे पुलिस से पूछा था। फिर कल फड़णवीस ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए 25 लाख के इनाम की घोषणा कर दी।
कुरकुंभ स्थित दवा फैक्ट्री का मालिक कौन है? -धांगेकर
कुरकुंभ स्थित दवा फैक्ट्री का मालिक कौन है? इसका पता लगाया जाना चाहिए। ये फैक्ट्री दो दिन में नहीं बल्कि कई सालों से शुरू हुई थी। तो इस फैक्ट्री की जानकारी पहले किसी को कैसे नहीं हो पाई, सिवाय संदीप धुनिया के, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उन्हें 2016 में भी गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त उन्हें जमानत कैसे मिल गई। इसे लेकर उन्होंने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि आरोपियों को किसी का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुणे पुलिस और गृह मंत्रालय इन सभी ड्रग रैकेट का पर्दाफाश कर दे तो ड्रग डीलर दोबारा ऐसा रैकेट चलाने की हिम्मत नहीं करेगा।