Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुणे जिले में एक बड़ी कार्रवाई की है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 450 करोड़ के लोन घोटाला मामले में ईडी ने मंगलवार को फिर से कार्रवाई की है। पिंपरी-चिंचवड़ के पिंपरी,रहाटणी,कालेवाड़ी फाटा,भाटनगर इलाके में 5 जगहों पर और पुणे के औंध में एक ठिकाने पर छापेमारी की गई है।
क्या मामला है?
सेवा विकास सहकारी बैंक के निदेशकों ने 124 फर्जी ऋण प्रस्तावों को मंजूरी दी थी। इस मामले में करीब 430 करोड़ रुपये अनियमित तरीके से विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों को बांटे गए। ऋण उन व्यक्तियों को दिया गया जो ऋण के लिए पात्र नहीं थे। ऋण देते समय कर्ज चुकाने की क्षमता और अन्य मानदंडों की जांच नहीं की जाती है। इससे बैंक को भारी नुकसान हुआ। सहकारिता संयुक्त आयुक्त राजेश जाधवर ने 2020 में इन ऋणों का ऑडिट किया था। इसके बाद घोटाला सामने आया। पिंपरी पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था। उस समय के तात्कालीन चेयरमैन अमर मूलचंदानी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
ईडी की कार्रवाई
ईडी ने 27 जनवरी को सेवा विकास बैंक के पूर्व चेयरमैन अमर मूलचंदानी के पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में चार से पांच ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस समय मूलचंदानी के घर पर छापा मारा गया और वह नौ घंटे तक अपने बेडरूम में छिपा रहा।
अब दोबारा कार्रवाई
ईडी ने पिंपरी और औंध में रहने वाले अमर मूलचंदानी के दो रिश्तेदारों, उनके पीए और पिंपरी में रहने वाले एक कर्मचारी और कालेवाड़ी फाटा की पॉश सोसायटी में रहने वाले दो करीबी उद्योगपति और पालिका के ठेकेदार भाइयों के घरों पर छापेमारी की है। कार्रवाई के दौरान जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात रहा। मूलचंदानी मामले में प्रवर्तन निदेशालय के मुंबई कार्यालय से उनके दो कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि इन कर्मचारियों ने मूलचंदानी को गोपनीय जानकारी दी। उन पर गुप्त फाइलें लीक करने का भी आरोप है। इस मामले में सेवा विकास सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन अमर मूलचंदानी के ड्राइवर को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था।