Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी रेड) की टीम छत्रपति संभाजी नगर पहुंची। छत्रपति संभाजी नगर में 9 जगहों पर छापेमारी की गई। यह कार्रवाई सरकारी योजना में घोटाले के सिलसिले में की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह छापेमारी 1000 करोड़ के घोटाले से जुड़ी है। इस मामले की डोर अब पुणे शहर तक पहुंच गई है। ईडी की टीम ने पुणे शहर में पांच जगहों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी पुणे अकोला और छत्रपति संभाजीनगर में एक साथ चल रही है। इससे पुणे और छत्रपति संभाजीनगर कनेक्शन की चर्चा शुरू हो गई है।
क्या मामला है?
छत्रपति संभाजीनगर पालिका की सीमा में संचालित हो रही प्रधानमंत्री आवास योजना के टेंडर में घोटाला हुआ है। इस योजना में टेंडर देने वाली कंपनियों ने एक ही लैपटॉप से टेंडर भरा। पालिका उपायुक्त अपर्णा थेटे ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पूछताछ हुई। अब ईडी ने मामले में छापेमारी की है। छत्रपति संभाजीनगर में नौ और पुणे में पांच ठिकानों पर छापेमारी की गई है। ईडी की छापेमारी पुणे के महमूदवाड़ी,येरवडा और पुणे शहर में 5 स्थानों पर चल रही है।
कहां-कहां छापे मारे गए?
छत्रपति संभाजीनगर स्थित समरथ कंस्ट्रक्शन एंड जेवी, इंडो-ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज और जगुआर ग्लोबल सर्विसेज एंड एसोसिएट्स ने एक ही कंप्यूटर से टेंडर जमा किए थे। इन कंपनियों ने सरकार को धोखा दिया। उन्होंने कहा कि पालिका की प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रोजेक्ट को लागू नहीं किया गया। चार जगहों पर इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए चार टेंडर मिले थे।
पालिका की उपायुक्त अपर्णा थेटे ने शिकायत में कहा कि इनमें से एक कंपनी बंद हुई तो बाकी तीन कंपनियों ने सांठगांठ कर ये टेंडर भरे। क्या इन कंपनियों के सिलसिले में पुणे में छापेमारी चल रही है? कोई जानकारी नहीं है कि कोई अन्य मामला है। लेकिन बताया जा रहा है कि यह छापेमारी घरकुल योजना से जुड़ी है।