Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मल्टी लेवल मार्केटिंग स्कीम के जरिए 125 करोड़ की निवेश दरों की धोखाधड़ी करने वाले पुणे स्थित विनोद खुटे के खिलाफ कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीआईपीएस समूह की कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर ली है। ईडी ने विनोद खुटे की 38.5 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने पुणे, मुंबई और अहमदाबाद में छापेमारी के दौरान बैंक की 23 करोड़ की रकम भी फ्रीज कर दी है। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि खुटे ने काना कैपिटल की दलाली के जरिए विभिन्न निवेशकों से 125 करोड़ रुपये की धनराशि एकत्र की। धोखाधड़ी के बाद खुटे दुबई में फरार हो गया है। बताया गया है कि दुबई में उनके कई फ्लैट हैं।
हवाला के जरिये विदेशों में पैसा
ईडी ने कुछ महीने पहले विनोद खुटे की कंपनी के पुणे और अहमदनगर दफ्तरों की तलाशी ली थी। उस वक्त कंपनी का 18.54 करोड़ रुपये का बैंक बैलेंस फ्रीज कर दिया गया था। विनोद कुटे वीआईपीएस समूह की कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध लेनदेन में शामिल थे। इसमें क्रिप्टो एक्सचेंजों के साथ वॉलेट सेवाएं भी शामिल हैं। वह हवाला के जरिए विदेश भी पैसा भेजता है। यह ई-कॉमर्स शॉपिंग पोर्टल के माध्यम से भी उत्पाद बेचता है। इससे ईडी का ध्यान उनकी ओर गया और कार्रवाई शुरू की गई।
निवेश योजनाओं का लालच देकर धोखाधड़ी
विनोद खुटे ने पुणे शहर में धनश्री मल्टी स्टेट को-ऑप क्रेडिट सोसायटी का गठन किया। उन्होंने निवेशकों को अच्छे ब्याज का लालच दिया। बाकी जगहों से ज्यादा ब्याज दिया। इसके कारण, कई निवेशकों ने उनके क्रेडिट फंड में भारी निवेश किया। उन्होंने इन निवेशों को हवाला चैनलों और शेल कंपनियों के माध्यम से देश से बाहर भेजा। इस मामले में विनोद तुकाराम खुटे, संतोष खुटे, मंगेश खुटे, किरण पीतांबर अनारसे, अजिंक्य बदाधे और कुछ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुणे के भारती यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।