Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) निर्माण परियोजना में 20 से अधिक फ्लैट या दुकान होने पर उन परियोजनाओं में विलेखों के पंजीकरण के लिए निबंधन एवं स्टाम्प विभाग ने ’ई-पंजीकरण’ की सुविधा उपलब्ध करायी है। इस सुविधा के तहत डीड को रजिस्टर कराने के लिए नागरिकों को सेकेंडरी रजिस्ट्रार के ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है,बल्कि डीड बिल्डर के ऑफिस में रजिस्टर्ड होती है। तदनुसार,पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में लगभग 110 परियोजनाओं में ई-पंजीकरण सुविधा शुरू की गई है।
निबंधन एवं स्टाम्प शुल्क विभाग ने नागरिकों को विभिन्न ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध करायी हैं। विगत कुछ वर्षों में पंजीयन विभाग ने इस बात पर बल दिया है कि कैसे कम्प्यूटरीकृत प्रणाली का प्रयोग कर नागरिक घर बैठे अधिक से अधिक सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं। यदि 20 से अधिक फ्लैट या दुकानें हैं तो ऐसी आवासीय परियोजनाओं में अब ई-पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। यह सुविधा केवल नए फ्लैटों (पहली बिक्री) के विलेखों के पंजीकरण के लिए है। इससे विलेखों के पंजीकरण के लिए द्वितीयक निबंधक के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है।
म्हाडा,पीएमआरडीए द्वारा लॉटरी द्वारा आवंटित फ्लैटों के विलेखों के पंजीकरण के लिए ई-पंजीकरण सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। लिहाजा इसका लाभ नागरिकों को मिल रहा है। ई-पंजीकरण को पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में बिल्डरों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इन दोनों शहरों में करीब 110 प्रोजेक्ट्स में यह सुविधा चल रही है। अधिकतम संख्या में विकासकर्ताओं को ई-पंजीकरण सुविधा के बारे में जानकारी प्रसारित की जानी चाहिए। इस प्रणाली में अधिक से अधिक विकासकर्ताओं को समायोजित करना सरकार की नीति है।
फ्लैटों के टाइटल डीड सेकेंडरी रजिस्ट्रार के कार्यालय में पंजीकृत हैं। पुणे,पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में 27 सब-रजिस्ट्रार कार्यालय हैं। पिछले कुछ वर्षों में खरीदे गए फ्लैटों की मात्रा में वृद्धि हुई है। इसलिए नई निर्माण परियोजनाओं को ई-पंजीकरण की सुविधा का लाभ मिल रहा है। मुख्य रूप से निबंधन कार्यालय में भीड़ कम हुई है। नागरिकों के सुविधाजनक समय के अनुसार दस्तावेजों का पंजीकरण किया जा सकता है। ऐसा संतोष हिंगाने,स्टाम्प कलेक्टर का कहना है।