Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) ड्रग मेफेड्रोन की तस्करी में हवाला के जरिए करोड़ों की रकम उड़ाई गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुलिस को पत्र भेजकर इस संबंध में विस्तृत जानकारी मांगी है। इस बीच पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी संदीप धुनिया की प्रेमिका को हिरासत में ले लिया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
शहर में मेफेड्रोन स्टॉक की खोज के बाद, पुणे पुलिस ने जांच का पहिया तेजी से घुमाया। छापेमारी दिल्ली और सांगली के साथ-साथ कुरकुंभ में मेफेड्रोन बनाने वाली एक फैक्ट्री में की गई। इस पूरे ऑपरेशन में तीन हजार छह सौ करोड़ रुपये का मेफेड्रोन का जखीरा जब्त किया गया। पुलिस ने इस ड्रग मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इस अपराध का मुख्य सरगना संदीप धुनिया (निवासी पटना, बिहार) अभी भी फरार है। धुनिया नेपाल के काठमांडू से होते हुए कुवैत फरार हो गया है। दिल्ली में पुणे पुलिस द्वारा जब्त किया गया मेफेड्रोन नेपाल के रास्ते लंदन भेजा जाना था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी हैदर शेख ने मेफेड्रोन की बिक्री से करोड़ों रुपये हवाला के जरिए दिल्ली भेजे थे। इस संबंध में ईडी ने पुणे पुलिस को पत्र भेजकर ड्रग तस्करी के अपराध की पूरी जानकारी मांगी है। हवाला के जरिए हुए इन वित्तीय लेनदेन के साथ-साथ अपराध की समानांतर जांच ’ईडी’ द्वारा की जाएगी।
संदीप धुनिया की गर्लफ्रेंड से पूछताछ
संदीप धुनिया की गर्लफ्रेंड सोनम उर्फ सीमा पंडित को पुणे पुलिस ने बिहार राज्य के पूर्णिया से हिरासत में लिया है। दोनों ने पुणे में एक फ्लैट लीज पर लिया था। यह बात सामने आई है कि धुनिया ने अपने नाम पर सिम कार्ड लिया था। साथ ही पुलिस को शक है कि उसने धुनिया की मदद की।
केमिकल सप्लायर ओझा की भी तलाश की जा रही है
कुरकुम्भ अर्थकेम लेबोरेटरी प्रा. लिमिटेड कंपनी के एक रसायन विशेषज्ञ युवराज भुजबल को ओझा नाम के एक व्यक्ति ने मेफेड्रोन के निर्माण के लिए आवश्यक रसायनों की आपूर्ति की थी। इस ओझा पर मेफेड्रोन बनाने वाली अन्य फैक्ट्रियों को भी रसायनों की आपूर्ति करने का संदेह है। उस संबंध में क्राइम ब्रांच ओझा की जांच कर रही है। इस ड्रग तस्करी मामले को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जानकारी मांगी जा रही है। पुलिस ने पूछताछ के लिए संदीप धुनिया की गर्लफ्रेंड को हिरासत में लिया है। इस ड्रग मामले में उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। ऐसी जानकारी पुलिस उपायुक्त अमोल जेंडे(अपराध शाखा) ने दी।