Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे परिमंडल दो की पुलिस उपायुक्त स्मार्तना पाटिल ने शहर के विभिन्न हिस्सों में गंभीर अपराध करने वाले 12 कुख्यात अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। पुणे में अपराध को रोकना पुणे पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। कुछ सक्रिय गिरोहों और अन्य अपराधों के कारण पुणे शहर अपराध के शहर के रूप में जाना जाने लगा है। इसलिए इन सभी अपराधों में शामिल अपराधियों को रोकने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पुणे पुलिस फिलहाल अभियान चला रही है। इसमें परिमंडल-2 की स्मार्तना पाटिल के पुलिस उपायुक्त ने शहर के विभिन्न हिस्सों में गंभीर अपराध करने वाले 12 कुख्यात अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
सूरज ताजमोहम्मद सिद्दीकी (उम्र 20, निवासी गुलटेकड़ी), विवेक बाबूराव चौरगे (उम्र 23, बालाजीनगर, धनकवाड़ी), धीरज रंगनाथ अर्डे (उम्र 25, निवासी पद्मावती), गणेश सुनील मोरे (उम्र 26, धनकवाड़ी), किरण वामन जगताप (आयु 25, निवास. पद्मावती), तानाजी राजाभाऊ जाधव (उम्र 38, निवास. संतोषनगर, कटराज), प्रदीप राम जाधव (उम्र 29, निवास. जंभूलवाड़ी, कात्रज), गणेश विजय भंडालकर (आयु 21, निवास. कात्रज) आदित्य उर्फ दिनेश युवराज ओव्हाल (आयु 22, निवासी कोरेगांव पार्क), सागर कल्याण माने (उम्र 30, निवासी कोरेगांव पार्क), अरबाज हसन कुरैशी (उम्र 23, निवासी जाफरीन लेन, लश्कर), रोहन मल्लेश तुपधर (आयु 30, निवासी कोरेगांव पार्क) 23, निवास ताडीवाला रोड) पुलिस द्वारा शहर से निर्वासित किए गए लोगों के नाम हैं।
तरह-तरह के अपराध दर्ज किए गए
गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ स्वारगेट, सहकारनगर, भारती विद्यापीठ, कोरेगांव पार्क, लश्कर,बंडगार्डन थानों में मामले दर्ज हैं। इन्हें पुणे शहर, पिंपरी-चिंचवड़ शहर और जिले से तडीपार का आदेश दिया गया है। इन अपराधियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, आर्थिक धोखाधड़ी, डकैती, रंगदारी, छेड़छाड़, सरकारी कार्य में बाधा, अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराध दर्ज किये गये है। पुलिस उपायुक्त स्मार्तना पाटिल ने कहा कि भविष्य में अपराधियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
शहर में 2880 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे
पुणे पुलिस ने शहर में 2880 नए सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है। इस कैमरे के जरिए पुणे पुलिस अपराधियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगी। पिछले एक दशक में हुए अपराधों की गहन समीक्षा करने के बाद चोरी, डकैती, मारपीट और हादसों की विस्तृत जानकारी मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया है। पुलिस महानिदेशक रजनीश शेठ ने पुलिस आयुक्त रितेश कुमार और संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप कार्णिक की उपस्थिति में पुलिस आयुक्तालय का दौरा किया। यह फैसला उन्होंने उसी वक्त लिया है।