Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ को स्वारगेट और वनज को रामवाड़ी और पुणे शहर की दो मेट्रो लाइनों से जोड़ने वाले शिवाजीनगर भूमिगत स्टेशन का काम तेजी से चल रहा है। शिवाजीनगर भूमिगत स्टेशन की गहराई जमीन से 108 फीट (33.1 मीटर) नीचे है, जो शिवाजीनगर भूमिगत स्टेशन देश का सबसे बडा स्टेशन माना जा रहा है।
इस बीच शिवाजीनगर बहुउद्देश्यीय परिवहन केंद्र के विभिन्न कार्यों ने भी रफ्तार पकड़ ली है। पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट तक 17 किमी और वनज से रामवाड़ी तक 16 किमी मेट्रो परियोजना की दो लाइनों पर काम चल रहा है। ये दोनों मार्ग शिवाजीनगर जिला सत्र न्यायालय स्टेशन पर मिलेंगे। इसलिए शिवाजीनगर भूमिगत स्टेशन महत्वपूर्ण है। वनज से रामवाड़ी एलिवेटेड लाइन और पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट रेंजहिल्स से स्वारगेट भूमिगत लाइन स्टेशन पर एकत्रित होंगी। इस संबंध में स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एलिवेटेड और अंडरग्राउंड मेट्रो लाइनें एस्केलेटर और लिफ्ट से जुड़ी होंगी।
इस भूमिगत स्टेशन की गहराई 33.1 (108.59 फीट) है। शिवाजीनगर स्टेशन को देश के सबसे गहरे स्टेशन के रूप में दर्ज किया गया है। भूमिगत स्टेशन की छत 95 फीट ऊंची है और सीधे धूप या प्राकृतिक रोशनी के लिए व्यवस्थित है। इस प्रकार की सुविधा वाला यह एकमात्र स्टेशन है। डेंगले ब्रिज, कामगार पुतला और पुणे जिला सत्र न्यायालय से मेट्रो स्टेशन आने और जाने के लिए यात्रियों के लिए पैदल और अन्य यातायात व्यवस्था की गई है। शिवाजीनगर से हिंजवाड़ी तक मेट्रो लाइन भी इस भूमिगत स्टेशन से जुड़ी होगी। इसलिए शिवाजीनगर अंडरग्राउंड स्टेशन मेट्रो लाइन का सेंट्रल स्टेशन होगा। इस स्टेशन में आठ लिफ्ट और अठारह एस्केलेटर लगाए जाएंगे।
इस सेंट्रल स्टेशन का कुल क्षेत्रफल 11.17 एकड़ है और स्टेशन में प्रवेश करने और छोड़ने के लिए कुल सात गेट होंगे। पार्किंग की सुविधा भी दी गई है। ड्रॉप एंड गो के लिए एक अलग लेन है और मल्टी-मोडल इंटीग्रेशन के लिए एक पीएमपी स्टॉप भी यहां होने वाला है। महामेट्रो की ओर से दावा किया गया है कि फिलहाल इस स्टेशन के काम में तेजी आई है और अगले कुछ दिनों में ये सारे काम निर्धारित समय में पूरे कर लिए जाएंगे।
वहीं फुगेवाड़ी से शिवाजीनगर कोर्ट और पिंपरी-चिंचवड़ से शिवाजीनगर रूट का काम अगले दो माह में पूरा कर लिया जाएगा। इन दोनों लाइनों पर कुछ दिन पहले मेट्रो का परीक्षण किया गया था। यात्रियों के लिए मार्ग खोले जाने के बाद पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहर मेट्रो जैसी जन परिवहन प्रणाली से जुड़ जाएंगे। लिहाजा यात्रियों का समय भी बचेगा और पिंपरी-चिंचवड़ से वनज तक का 22 किमी का सफर महज 31 मिनट में पूरा हो जाएगा।