Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) दो करोड़ रुपये के मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बिक्री मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। होटल कर्मी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद उससे पूछताछ में निगड़ी थाने के एक पुलिस उपनिरीक्षक का नाम सामने आया है। चूंकि इस मामले में सब-इंस्पेक्टर के सीधे तौर पर शामिल होने का संदेह है, इसलिए जांच शुरू कर दी गई है। तो हड़कंप मच गया है।
गिरफ्तार आरोपी का नाम नमामि शंकर झा (उम्र 32, निवासी निगड़ी, मूल निवासी बिहार) बताया गया है। आरोपी नमामि एक होटल में काम करता है। इस मामले में निगड़ी पुलिस स्टेशन में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर से गहन जांच की गई है। पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी नमामि को उस वक्त पकड़ लिया, जब वह पिंपले निलख विशालनगर इलाके में मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग बेच रहा था। उसके पास से एक सफेद बैग में 2 करोड़ 2 लाख रुपए कीमत का मेफेड्रोन (एमडी) कुल 2 किलो 38 ग्राम जब्त किया गया।
जब पुलिस ने पूछा कि उसे इतनी बड़ी मात्रा में मेफेड्रोन कहां से मिला, तो नमामी ने निगडी पुलिस स्टेशन में कार्यरत एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर का नाम लिया। सांगवी पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद संबंधित सब-इंस्पेक्टर को सांगवी पुलिस स्टेशन बुलाया गया। सुबह से ही उनसे पूछताछ की जा रही थी। हालाँकि, संबंधित उप-निरीक्षक नमामि के संपर्क में कैसे आया? यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि नमामि ने 2 करोड़ 2 लाख रुपये की मेफेड्रोन (एमडी) दवा कहां से खरीदी। अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस मामले में सब-इंस्पेक्टर का वास्तविक संबंध क्या है? इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि, ड्रग मामले से सब-इंस्पेक्टर का कनेक्शन सामने आते ही हड़कंप मच गया है।