Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) मतदान प्रतिशत बढ़ाने व मतदान केंद्र ढूंढने के लिए पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ नगरपालिका क्षेत्रों के नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की जाएगी। कलेक्टर डॉ.सुहास दिवासे ने बताया कि दोनों नगर निगम आयुक्तों को अपने क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं। सुहास दिवासे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा. डॉ.दिवासे ने कहा कि पुणे जिले में मतदान का औसत प्रतिशत कम है क्योंकि शहरी क्षेत्रों में मतदान कम हो रहा है। इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में इस तस्वीर को बदलने के लिए, उन स्थानों पर मतदान के बारे में अधिक जागरूकता बढ़ाई जाए जहां मतदान केंद्र के अनुसार मतदान कम होता है, शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं को समझने में मदद करने के लिए मनो योर पोलिंग स्टेशनएफ नामक एक सहायता चैनल शुरू किया जाएगा। इस संबंध में दोनों नगर आयुक्तों को निर्देश दिये गये हैं। इस हेल्पलाइन पर नागरिकों को अपना मतदान केंद्र ढूंढने में सहायता की जाएगी।
जिला प्रशासन शहरी क्षेत्रों में भी मतदान के लिए जनजागरूकता पैदा कर रहा है। इस बीच रविवार (7 मार्च) तक शहर और जिले में मतदाताओं की संख्या 82 लाख 92 हजार 951 हो गई है। फिलहाल जिले में लोकसभा चुनाव के लिए 8382 मतदान केंद्र निर्धारित किये गये हैं। बारामती निर्वाचन क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों बारामती, दौंड, इंदापुर, पुरंदर, भोर और खडकवासला के नागरिकों के पास 9 अप्रैल तक पंजीकरण करने का अवसर था, जबकि पुणे, शिरूर और मावल निर्वाचन क्षेत्रों के नागरिकों के पास 15 अप्रैल तक पंजीकरण करने का अवसर है।
मतदान को बढ़ावा देने के लिए राज्य भर में पुणे पैटर्न
शहरी क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए शुरू से ही प्रयास किये जा रहे हैं। इसलिए अगर पुणे में सोसायटियों में मतदान केंद्र तय कर दिए जाएं तो मतदान का प्रतिशत बढ़ जाएगा, जिसके तहत चुनाव आयोग को एक प्रस्ताव दिया गया है। इसे आयोग ने मंजूरी दे दी है और इस पैटर्न को पूरे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर डॉ.दिवासे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए वडगांव शेरी में सात, कोथरुड में आठ, खडकवासल में 15 और भोर में हाउसिंग सोसायटी में पांच मतदान केंद्र तय किए गए हैं।