Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे में कसबा और चिंचवड़ उपचुनाव को लेकर राज्य में राजनीति गरमा गई है। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभी दलों के नेताओं से उपचुनाव निर्विरोध कराने का आह्वान किया। एनसीपी नेता अजीत पवार ने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। अजित पवार ने कहा कि मौजूदा पांच विधान परिषदों में सत्तधारियों को बड़ा झटका लगा है। वे यह भी जानते हैं कि आने वाले दिनों में सत्ताधारी चाहे कितने भी बहानेबाजी कर लें, महाविकास अघाड़ी का असर दिखेगा। उन्हें लग रहा है कि आने वाली मनपा चुनावों में भी उन्हें झटका लगेगा। चुनाव कहता है कोई जीतता है,कोई हारता है। अजित पवार ने भी कहा है कि असफलता से निराश नहीं होना चाहिए और सफलता से अतिउत्साही नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कसबा उपचुनाव के बारे में बात करते हुए कहा कि कसबा, चिंचवड उपचुनाव निर्विरोध नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कोई कारण नहीं है कि कसबा और चिंचवड़ उपचुनाव निर्विरोध हों। कोल्हापुर और पंढरपुर उपचुनाव में बीजेपी ने निर्विरोध जीत हासिल की। वहीं देगलूर का चुनाव निर्विरोध नहीं हुआ था। मुंबई का चुनाव निर्विरोध था। उन्हें यह बात दिमाग से निकाल देना चाहिए कि बाकी उपचुनाव निर्विरोध होंगे। आखिरकार लोकतंत्र है। जनता जिसे चाहेगी चुनेगी। यह बात अजित पवार ने कही है।
लेकिन कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी के प्रत्याशी अभी तय नहीं हुए हैं। चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी से एनसीपी का चुनाव लड़ना लगभग तय है। लेकिन शिवसेना अब भी इस सीट पर अड़ी हुई है। माविया की चर्चा के बाद यह ऐलान किया गया है कि कांग्रेस महाविकास अघाडी सीट से चुनाव लड़ेगी। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। लेकिन आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पुणे स्थित कांग्रेस भवन में बैठक बुलाई है।