Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवाड़ पालिका ने आंध्र बांध से प्रतिदिन इंद्रायणी नदी से छोड़ा गया 50 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी लेना शुरू कर दिया है। चिखली स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीटमेंट के बाद शहर के प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। लिहाजा पिछले साढ़े तीन साल से रोजाना जलापूर्ति की समस्या से जूझ रहे शहरवासियों को कुछ राहत मिली है।
जैसे-जैसे शहर की आबादी बढ़ रही है, पानी की मांग भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। मावल में पवना बांध से 510 एमएलडी और एमआईडीसी से 540 एमएलडी 30 एमएलडी। हालांकि, शहर के विभिन्न हिस्सों में अपर्याप्त और कम दबाव वाली जलापूर्ति की शिकायतें मिलीं। मावल तहसील में आंध्र से 100 और खेड़ तहसील में भामा-अस्खेड बांध से 167 के शहर के लिए 267 मिलियन लीटर (एमएलडी) का पानी कोटा स्वीकृत किया गया है। इस पानी पर शुद्धिकरण के लिए चिखली में 30 करोड़ लीटर क्षमता का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है। इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हुए चार-पांच महीने हो चुके थे। हालांकि, जल उपचार केंद्र के उद्घाटन में मंत्रियों के लिए समय की कमी के कारण देरी हुई। इसलिए पानी शुरू नहीं किया गया। आखिरकार पालिका ने पायलट आधार पर 50 एमएलडी अशुद्ध पानी पंप करना शुरू कर दिया। इंद्रायणी नदी पर निघोजे बांध से चिखली जल शुद्धिकरण केंद्र तक पानी पंप किया जा रहा है। वहां ट्रीटमेंट के बाद जलसेतुओं के माध्यम से शहर में पानी का वितरण किया जा रहा है।
चिखली जल शोधन केंद्र के तहत तलवड़े, चिखली, मोशी, दुदुलगांव, चर्होली, दिघी, बोपखेल और भोसरी के कुछ हिस्सों और प्राधिकरण सेक्टर एक से 16 क्षेत्रों के गांवों में पानी की आपूर्ति की जाएगी। इसलिए, वर्तमान में इस क्षेत्र को आपूर्ति किए जाने वाले पानी को शहर के अन्य हिस्सों में वितरित किया जाएगा।
भामा-आस्खेड के पानी के लिए तीन साल का इंतजार
भामा-आस्खेड बांध से स्वीकृत 167 मिलियन लीटर पानी बहने में कम से कम ढाई से तीन साल लगने की संभावना है। जलसेतु के माध्यम से पानी लाया जाएगा। हालांकि, बांध प्रभावित किसानों और इंदौरी क्षेत्र के किसानों ने जहां नहर बिछाई जा रही है, तब तक काम नहीं करने देने का रुख अख्तियार कर लिया है, जब तक कि जमीन का मुआवजा और अन्य मांगें नहीं मानी जातीं। इसलिए काम धीमी गति से चल रहा है।
आंध्रा डैम से मिलने वाले पानी को इंद्रायणी नदी पर बने निघोजे डैम से उठाया जा रहा है। वर्तमान में प्रतिदिन 50 लाख लीटर अशुद्ध पानी निकालकर प्रायोगिक आधार पर पानी का वितरण शुरू किया गया है। इसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा। पुरानी व नई नहरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है। ऐसा श्रीकांत सवणे, सिविल इंजीनियर, जलापूर्ति विभाग, पिंपरी-चिंचवड़ नगर पालिका ने कहा है।