पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) अगर कोई सक्षम उम्मीदवार होता तो मैं जरूर बोलता। महायुति के उम्मीदवार चार पार्टियों से कूदे,वे पहली पसंद नहीं थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिरूर लोकसभा से छगन भुजबल को उम्मीदवार बनाने की सोच रहे थे, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसलिए यह उम्मीदवारी शिवाजी आढवराव पाटिल को दी गई है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, शिवसेना नेता सचिन अहीर मौजूद रहे। यह चुनाव देश स्तर का चुनाव है। फिलहाल विपक्ष के पास प्रचार का कोई मुद्दा नहीं है। अमोल कोल्हे ने इस समय यह भी कहा कि वह व्यक्तिगत स्तर पर आलोचना कर रहे हैं। इस बीच,शिरूर लोकसभा क्षेत्र के लिए मतदान प्रक्रिया तीसरे चरण में 7 मई को होगी। इसलिए रिजल्ट 4 जुलाई को आएगा।
शिवाजी आढवराव पाटिल की नजर में सब ठीक चल रहा है। भले ही हार दिख रही हो, आंख बंद करके कहते हैं, ’मैं जीत सकता हूं, मैं जीत सकता हूं’। शिरूर लोकसभा क्षेत्र के महाविकास अघाड़ी उम्मीदवार अमोल कोल्हे ने कल भोसरी में आयोजित एक सभा में शिवाजी आढवराव पाटिल पर जमकर निशाना साधा।
शिरूर लोकसभा में सियासी माहौल गरमाया
देखा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। सभी राजनीतिक दलों के नेता फूंक-फूंक कर प्रचार कर रहे हैं। इसमें राजनीतिक नेता जोरदार आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। देखा जा सकता है कि शिरूर लोकसभा में भी राजनीतिक माहौल गरमा गया ह। शिरूर लोकसभा क्षेत्र में बड़े-बड़े नेताओं की सभाएं चल रही हैं। यहां से एनसीपी शरद पवार के गुट से डॉ.अमोल कोल्हे को मौका दिया गया है। जबकि एनसीपी अजित पवार गुट ने शिवाजीराव आढवराव पाटिल को मौका दिया है। जो उम्मीदवार 2019 के लोकसभा चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे, वही 2024 के लोकसभा चुनाव में एक-दूसरे के सामने हैं।