Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) छात्रों के लिए 10वीं और 12वीं का वर्ष महत्वपूर्ण है। राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री एवं जिला पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि चूंकि इन दो वर्षों में छात्रों का जीवन एक अलग और महत्वपूर्ण मोड़ लेता है, इसलिए कैरियर मार्गदर्शन शिविर शिक्षा और करियर के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी देने के लिए उपयोगी है।
वे कौशल,रोजगार,उद्यमिता एवं नवाचार विभाग द्वारा कोथरूड में आयोजित छत्रपति शाहू महाराज युवा शक्ति करियर कैंप के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। उच्च शिक्षा के संयुक्त निदेशक वाई.पी.परगांवकर,जिला रोजगार शिक्षा एवं प्रशिक्षण अधिकारी बीआर शिंपल आदि उपस्थित थे। पालकमंत्री पाटिल ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए इस तरह के शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर के माध्यम से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी प्राप्त कर सही विकल्प का चयन कर जीवन में सफलता प्राप्त करनी चाहिए।
10वीं-12वीं के बाद क्या करें? सही जानकारी नहीं मिलने से गलत क्षेत्र का चयन हो जाता है और वैकल्पिक तौर पर भविष्य में निराशा हाथ लगती है। इसलिए विभिन्न पाठ्यक्रमों,रोजगार के अवसरों और सरकार की योजनाओं के बारे में जानना आवश्यक है। विदेश जाने वाले 200 छात्रों के लिए सरकार हर साल 30 लाख रुपये और विदेश जाने वाले छात्रों को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देती है। सरकार एससी और एसटी छात्रों के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए सभी शुल्क का भुगतान करती है। अभिमत विश्वविद्यालय के लिए अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति,ओबीसी,कम आय वाले माता-पिता के छात्रों के लिए सरकार 5 लाख तक का शुल्क देगी। पाटिल ने छात्रों से अच्छे कौशल प्राप्त करने की भी अपील की क्योंकि वे कौशल विकास के माध्यम से एक अच्छा करियर बना सकते हैं, उन्होंने कहा कि शिविर से उन्हें इस तरह की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिलती है।