Pcmc News पिंपरी (व्हीएसआरएस न्यूज) खरीदारी के बाद यूपीआई से पेमेंट का फर्जी स्क्रीन शॉट दिखाकर 400 लोगों से ठगी करने वाले बंटी-बबली को पुलिस ने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच यूनिट 4 की टीम ने ये कार्रवाई की। इसमें गिरफ्तार आरोपियों के नाम गणेश शंकर बोरसे और उनकी पत्नी (निवासी पठारे वस्ती, लोहगांव, पुणे) हैं।
कैसे धोखा दिए?
आरोपी दुकानदार से मीठी-मीठी बातें कर उसका विश्वास हासिल कर रहा था। इसके बाद वे जरूरी सामान और मनोरंजन का सामान खरीदते थे। खरीदारी के बाद, दुकानदार को एक फर्जी बैंक ऐप का स्क्रीन शॉट दिखाया गया जिसमें ऑनलाइन भुगतान करने का दावा किया गया था। यदि भुगतान नहीं मिलने पर दुकानदार आरोपी को रोकता था तो आरोपी दुकानदार को अपना मोबाइल नंबर देकर कहता था कि 24 घंटे के अंदर भुगतान मिल जाएगा, भुगतान नहीं मिलने पर मुझे फोन करना। जैसे ही आरोपी दुकान से बाहर निकला, दुकानदार का मोबाइल नंबर तुरंत ब्लॉक कर दिया गया और आरोपी ने मोबाइल फोन से सिम कार्ड निकाल लिया और नए नंबर वाला सिम कार्ड ले लिया।
क्राइम ब्रांच यूनिट 4 की टीम की कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक, अभियोजक दिलीप कुमार माली (निवासी राहटनी) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एक जोड़े ने उनकी कपड़े की दुकान से खरीदारी की। इसके बाद उसने फर्जी स्क्रीन शॉट दिखाकर उनसे ठगी की और कहा कि वह ऑनलाइन पेमेंट कर रहा है। इस अपराध की जांच करते हुए पुलिस कांस्टेबल प्रशांत सईद ने तकनीकी विश्लेषण कर आरोपी की पहचान की। हालांकि आरोपी शातिर था। पुलिस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि आरोपी व्यवसायियों को धोखा देने के बाद लगातार मोबाइल फोन बंद कर रहे थे। साथ ही आरोपी हर बार नया मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर रहा था। वह अपना निवास स्थान भी बदल रहा था। इसी बीच यूनिट 4 की टीम को सूचना मिली कि आरोपी रहाटनी, वाकड इलाके में घूम रहा है। तदनुसार, जाल बिछाया गया और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने कई लोगों को ब्लैकमेल किया है।
छोटे-बड़े दुकानदारों पर जुर्माना लगाया गया
आरोपी गणेश शातिर है। पुलिस द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए उसने अपनी पत्नी को मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने दिया। साथ ही मोबाइल से एक भी कॉल नहीं की गई। जांच से पता चला है कि आरोपियों ने पानीपुरी, किराना, मेडिकल, केक, मसाले, हार, गद्दे, साइकिल, लैपटॉप, बिजली के सामान, स्टेशनरी, गिफ्ट हाउस, नर्सरी आदि का कारोबार करने वाले 400 लोगों को धोखा दिया।