Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) देहुरोड डिविजन के सहायक पुलिस आयुक्त मुगुतलाल पाटिल का आनन-फानन में तबादला कर दिया गया है। शहर पुलिस बल में चर्चा है कि यह तबादला भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के एक ऑपरेशन में मुगुटलाल पाटिल का नाम आने के तुरंत बाद हुआ है।
ओंकार भारत जाधव एक निजी व्यक्ति का नाम है जो रिश्वत लेता लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ है। एसीबी ने यह कार्रवाई अखिल भारतीय मराठा महासंघ के युवा क्षेत्र उपाध्यक्ष प्रसाद कोंडे-देशमुख की शिकायत पर की है। इस मामले में कात्रज कोंढवा बाइपास रोड के पास एक जमीन के प्लॉट को लेकर एक शख्स के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, उसकी जांच एसीपी मुगुटलाल पाटिल कर रहे थे। एसीपी मुगुतलाल पाटिल ने शिकायतकर्ता प्रसाद कोंडे-देशमुख को धोखाधड़ी के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी। एसीपी मुगुटलाल पाटिल ने निजी मददगार ओंकार भरत जाधव के माध्यम से प्रसाद कोंडे देशमुख से 5 लाख रुपये की मांग की। ऐसा आरोप प्रसाद कोंडे देशमुख ने लगाया है। इसके बाद एसीबी ने ओंकार भरत जाधव को एसीपी मुगुतलाल पाटिल के लिए पांच लाख रुपये में से एक लाख रुपये लेते पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल की पार्किंग में रंगे हाथों पकड़ लिया।
इस मामले में एसीबी की शिकायत के आधार पर कोरेगांव पार्क पुलिस स्टेशन में ओमकार भरत जाधव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता प्रसाद कोंडे देशमुख ने मांग की है कि इस मामले में ओंकार भरत जाधव की तुरंत जांच की जानी चाहिए और रिश्वतखोरी के अपराध में मुख्य आरोपी मुगुतलाल पाटिल को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।यह कार्रवाई एसीबी अधीक्षक नितिन जाधव, इंस्पेक्टर प्रसाद लोनार, सहायक फौजदार, मुकुंद अयाचित, कांस्टेबल चंद्रकांत जाधव और कांस्टेबल दिनेश माने ने की।