Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) रेलवे पुलिस अधीक्षक ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के सामान,बैग की जांच के नाम पर अभद्रता करने वाले लोहमार्ग पुलिस बल के छह कर्मचारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है। निलंबित पुलिसकर्मियों के नाम सहायक पुलिस फौजदार बालू पटोले, हवलदार सुनील भाटकर, प्रशांत दोईफोडे, जयंत रणदिवे, विशाल गोसावी, अमोल सोनवणे हैं।
पुणे रेलवे स्टेशन के लोहमार्ग थाने में छह पुलिसकर्मी तैनात हैं। 3 अप्रैल को, छापे के मद्देनजर छह पुलिसकर्मियों को यात्रियों की सामग्री और बैग की जांच करने का काम सौंपा गया था। दोपहर करीब 1 बजे छह पुलिसकर्मियों ने रेलवे स्टेशन परिसर में एक युवक और उसकी प्रेमिका को रोक लिया और उनसे पूछताछ शुरू की। जांच के दौरान युवक और उसकी प्रेमिका से पांच लाख रुपये ले लिये गये। उसके बाद, यह बताया गया कि उसे छोड़ दिया गया था।
लोहमार्ग पुलिस ने इस मामले में तहरीर दी है और संबंधित पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी के दौरान दुर्व्यवहार करने और पुलिस बल की छवि खराब करने के आरोप में सहायक पुलिस कर्मियों को पुलिस बल से निलंबित करने का आदेश दिया है। बैग चेकिंग के दौरान निलंबित किए गए दो लोगों के खिलाफ जबरन चोरी का मामला भी दर्ज किया गया है। वहीं यह सवाल उठ रहा है कि पुणे रेलवे स्टेशन पर बैग की जांच के बाद उनकी नियुक्ति कैसे हो गई। लोहमार्ग पुलिस बल के 6 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए है। इनमें पुणे लोहमार्ग पुलिस स्टेशन के 4 और पुणे लोहमार्ग स्थानीय अपराध शाखा के दो कर्मचारी शामिल हैं।
रेलवे स्टेशन पर हमने कई लोगों को ठगी करते देखा है। सोने की चोरी के कुछ मामले तो ठगी के कुछ मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन इन सभी अपराधों को रोकने के लिए रेलवे पुलिस तैनात है। यदि कोई पैसेंजर ट्रेन पटरी से उतर जाते है, तो रेलवे पुलिस उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़ती है। हमने इस प्रकार की रेलवे पुलिस की कई सराहनीय उपलब्धियां भी देखी हैं। लेकिन अगर ऐसी लूट उसी पुलिस द्वारा की जा रही है तो इससे पुलिस की छवि खराब होती है। इसलिए इन पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की गई है।