Pcmc News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) शिरूर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी ने एक मास्टर स्ट्रोक चला। श्रीक्षेत्र ओ़झर गणपति देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता गणेश कवाडे आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।
भाजपा विधायक महेश लांडगे के समन्वय और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की प्रमुख उपस्थिति में गणेश कावड़े ने ’कमल’ अपने हाथ में ले लिया। फड़णवीस ने भाजपा-शिवसेना-राष्ट्रवादी-आरपीआई और मित्रा पार्टी ग्रैंड अलायंस के उम्मीदवार शिवाजीराव आढवराव पाटिल के प्रचार के लिए शिरूर में एक सार्वजनिक सभा हुई। इस सभा में कावड़े ने अपने कंधे पर बीजेपी का झंडा उठाया। इस संबंध में विधायक महेश लांडगे ने कहा कि महाराष्ट्र के पवित्र स्थान श्रीक्षेत्र ओझर विघ्नेश्वर गणपति देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष गणेश कावड़े ने आज राज्य के नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की उपस्थिति में आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया है। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्र व राज्य के बीच महागठबंधन की विकास नीति को जनता का प्रतिसाद मिल रहा है।
माना जा रहा है कि शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव की पृष्ठभूमि में हुआ यह ”श्री गणेश” निश्चित तौर पर महायुति उम्मीदवार शिवाजी आढवराव पाटिल के लिए शुभ संकेत होगा। विधायक महेश लांडगे ने यह भी कहा कि भाजपा-शिवसेना-राष्ट्रवादी-आरपीआई और सहयोगी दलों के पदाधिकारियों ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ को मजबूत करने के लिए शिरूर में शिवाजी आढवराव पाटिल उम्मीदवार को जिताने का फैसला किया है।
आढवराव की जीत के लिए मैदान में उतरी बीजेपी…
गणेश कावड़े शिव सेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे पार्टी में कार्यरत थे। उन्हें जुन्नर तहसील के युवा चेहरे और ठाकरे परिवार के करीबी के रूप में जाना जाता है। साथ ही उनके बीजेपी विधायक महेश लांडगे से भी दोस्ताना रिश्ते हैं। महायुति के जरिए शिवाजी आढवराव राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न ’घड़ी’ पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, बीजेपी ’ए वोट फॉर द क्लॉक मतलब वोट फॉर मोदी…’ के नारे के साथ आढवराव की जीत के लिए मैदान में उतरी है। पार्टी में गणेश कावड़े के प्रवेश की पुष्टि विधायक महेश लांडगे के माध्यम से की गई, जो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कट्टर समर्थक हैं। उससे बीजेपी ने महाविकास अघाड़ी को झटका दिया है। अष्टविनायक गणपतियों में ओ़झर के विग्नेश्वर, थेउर के चिंतामणि, लेन्याद्री के गिरिजात्मज और रंजनगांव के महागणपति शिरूर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत हैं। पुणे जिले के शहरी-ग्रामीण इलाकों सहित पूरे महाराष्ट्र में गणेश भक्त हैं। अष्टविनायक गणपतियों में से,जो भक्तों के लिए पूजा स्थल हैं, विग्नेश्वर गणपति देवस्थान ट्रस्ट के माध्यम से गणेश कावड़े का जनसंपर्क है। राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि इससे महागठबंधन को फायदा होगा।