Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) जुलाई की शुरुआत से ही राज्य के कई हिस्सों में आंख संक्रमण रोग का तांडव जारी है। 9 अगस्त तक प्रदेश भर में 3 लाख 57 हजार मरीज मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा मरीज बुलढाणा में हैं, इसके बाद पुणे,जलगांव,नांदेड़ और चंद्रपुर हैं। दिलचस्प बात यह है कि एक हफ्ते के अंदर मरीजों की संख्या में करीब डेढ़ लाख का इजाफा दर्ज किया गया है।
पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में नेत्र रोग के मरीज बड़े पैमाने पर बढ़ रहे हैं। जुलाई की शुरुआत से ही मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा शुरू हो गया। ये बढ़ोतरी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। 3 अगस्त को राज्य में मरीजों की संख्या 1 लाख 87 हजार थी। 9 अगस्त तक यह बढ़कर 3 लाख 57 हजार हो गई है। स्वास्थ्य सेवा संयुक्त निदेशक डॉ. प्रताप सिंह सरणीकर ने कहा, मरीजों में बच्चों का अनुपात अधिक है। राज्य में 9 अगस्त तक आंखों की समस्या के सबसे ज्यादा 44 हजार 398 मरीज बुलढाणा जिले में मिले हैं। इसके तहत पुणे जिले में मरीजों की संख्या 28 हजार 42,जलगांव में 22 हजार 417, नांदेड़ में 18 हजार 196 और चंद्रपुर में 15 हजार 348 है। पुणे मनपा की सीमा में 6 हजार 720 मरीज,पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की सीमा में 6 हजार 10 मरीज मिले हैं। मुंबई में मरीजों की संख्या 2 हजार 862 है।
किस बात का ध्यान रखें…
अंकुरा अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.शिल्पा बाविस्कर ने कहा कि यह बीमारी वर्तमान में बड़ी संख्या में बच्चों में पाई जा रही है। इसका मुख्य कारण हाथों की साफ-सफाई का अभाव है। कोविड के दौरान हाथ की स्वच्छता का अभ्यास किया गया। उसके बाद बार-बार हाथ धोना,सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना, मास्क पहनना जैसी अच्छी आदतें बंद हो गईं। दूसरा पहलू यह है कि बच्चे स्कूलों में इन सभी बातों का पालन नहीं करते हैं। इसलिए ये बीमारी तेजी से फैल रही है। तो इन अच्छी आदतों को फिर से शुरू करें।
किसी को भी नेत्र रोग हो सकता है। लेकिन यह बीमारी मुख्य रूप से बच्चों में महसूस की जा सकती है। यह व्यापक रूप से फैलता है। लेकिन आंखों की उचित देखभाल और डॉक्टर से परामर्श लेने से दूरगामी समस्याओं से बचा जा सकता है। यह संक्रमण मुख्यतः वातावरण में परिवर्तन के कारण होता है। ऐसा डॉ.वंदना कुलकर्णी,नेत्र रोग विशेषज्ञ,अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल ने जानकारी दी।