Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) संभाजीनगर स्थित पालिका का बहिणाबाई चौधरी चिड़ियाघर पिछले छह साल से पर्यटकों के लिए जीर्णोद्धार के लिए बंद है। जीर्णोद्धार के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जहां अब तक 20 करोड़ से अधिक खर्च हो चुके हैं, वहीं पालिका ने 14 करोड़ रुपये का एक और टेंडर जारी किया। चिड़ियाघर बंद होने से पर्यटक नाराजगी जता रहे हैं। पर्यटक इसके खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
संभाजीनगर,चिंचवड़ में एमआयडीसी के पास निसर्ग कवि बहिणाबाई चौधरी सर्पोद्यानऔर चिड़ियाघर के साथ सात एकड़ की जगह है। इस संग्रहालय का उद्घाटन 30 दिसंबर 1989 को हुआ था। 2016 में सर्पोंद्यान और चिड़ियाघर का नवीनीकरण कार्य शुरू किया गया था। विस्तार कार्य के कारण चिड़ियाघर 25 दिसंबर 2017 से जनता के लिए बंद है। काम की पहली डेडलाइन अक्टूबर 2018 थी। हालांकि, सलाहकारों और ठेकेदारों की गलत योजना और अधिकारियों की लापरवाही के कारण यहां कोई भी काम समय पर पूरा नहीं हो पाया।
जानवरों के लिए एक आधुनिक अस्पताल, चिड़ियाघर के केंद्र में सूचना केंद्र, वन्य जीवन पर एक पुस्तकालय, वन्यजीवों की अवधारणा को समझने के लिए बच्चों के लिए खेलों की योजना बनाने जैसे विभिन्न सुधार किए जा रहे हैं। लेकिन, काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। अधिकारियों की ओर से दावा किया गया था कि चिड़ियाघर का काम अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा और यह नागरिकों के लिए खुल जाएगा। वहीं बताया जा रहा है कि पालिका ने चिड़ियाघर के सौंदर्यीकरण के नाम पर 13 करोड़ 99 लाख चार हजार 739 रुपये का एक और टेंडर जारी कर दिया है।
जीर्णोद्धार पर अब तक 20 करोड़ खर्च
चिड़ियाघर के जीर्णोद्धार के लिए पहले चरण में 14 करोड़ रुपये के वास्तु कार्य किए गए। कार्यों में प्रशासन भवन, भंडारण कक्ष और स्टाफ क्वार्टर, सर्प, पक्षियों, मगरमच्छों और कछुओं के लिए चार अलग-अलग कमरों का निर्माण, आंतरिक पैदल मार्ग, शौचालय शामिल हैं। यह काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण के काम के लिए टेंडर निकाले गए। इसके लिए पांच करोड़ 82 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं, सौंदर्यीकरण के साथ ही पशुओं की सुरक्षा पर भी काम किया जा रहा है। समय सीमा बीत जाने के बाद भी वे कार्य चल रहे हैं। उसके बाद दोबारा इसी कार्य के लिए 14 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है। इसलिए 34 करोड़ रुपए जीर्णोद्धार के नाम पर खर्च किए जाएंगे।
पशुओं की संख्या में कमी
चिड़ियाघरों में जानवरों और पक्षियों की संख्या घट रही है। पिछले चार से पांच साल में चिड़ियाघर के 13 जानवरों की उम्र की वजह से मौत हो चुकी है। वर्ष 2020-21 में विभिन्न कारणों से पांच मोर, एक कछुआ और एक मगरमच्छ समेत सात पशुओं की मौत हो चुकी है। वर्तमान में पक्षियों, कछुओं, मोर, मगरमच्छ, सांप जैसे 187 विभिन्न जानवर हैं।
बहिनबाई चौधरी चिड़ियाघर को बेहतर बनाने के लिए कुछ कार्य और सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए टेंडर जारी किया गया था। इस टेंडर में सिर्फ सौंदर्यीकरण ही नहीं बल्कि वास्तु संबंधी कार्य भी हैं। संग्रहालय का काम जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसा शेखर सिंह,आयुक्त, पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने बताया है।