Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ पालिका के कर संग्रह और कराधान विभाग ने जब्त संपत्तियों की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए नीलामी के लिए ली गई संपत्तियों की सूची मौजूदा पेपर में प्रकाशित की गई है। सील की गई सभी संपत्तियों की नीलामी की जाएगी। इसलिए, कर संग्रह विभाग ने संपत्ति मालिकों से बकाया राशि का तुरंत भुगतान करने और जब्ती से बचने की अपील की है। साथ ही, कर संग्रह विभाग पहले ही पिछले साल की आय सीमा को पार कर चुका है।पिंपरी-चिंचवड़ शहर में 6 लाख 15 हजार पंजीकृत संपत्तियां हैं। सर्वे में बड़ी संख्या में अपंजीकृत संपत्तियां भी मिल रही हैं। पिछले साल पालिका के इतिहास में पहली बार टैक्स संग्रहण विभाग ने 814 करोड़ रुपये का टैक्स वसूलने में सफलता हासिल की थी। वित्तीय वर्ष 2023-24 में अब तक पालिका के खजाने में 818 करोड़ का टैक्स जमा हुआ है। हालांकि सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख और उनकी पूरी टीम 1000 करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।
1 लाख से अधिक संपत्ति धारकों पर 682 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया
इस साल, कर संग्रह विभाग ने संपत्ति जब्ती, सीलिंग और नल काटने पर कार्रवाई शुरू की है। हालांकि, शहर में एक लाख से अधिक संपत्ति मालिकों पर 682 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है। विभाग ने अब इन बकाएदारों से टैक्स वसूलने के लिए नीलामी जैसी सख्त कार्रवाई शुरू की है।
कर भुगतान बढ़ा
शहर के 1 लाख 4326 संपत्ति मालिकों से बकाया वसूलने के लिए कर संग्रह विभाग ने उन बकाएदारों के नाम चालू पत्र में प्रकाशित करना शुरू कर दिया है, जिनका बकाया 50 हजार रुपये से अधिक है। आँकड़ों से यह स्पष्ट है कि कर बकायादार वर्तमान पत्र में नाम प्रकाशित होते ही बकाया कर का भुगतान करना पसंद करते हैं।
32 हजार 140 वारंट जारी
32 हजार 140 बकायादारों को जब्ती वारंट जारी किया गया है। 7 हजार 311 वारंटों का निष्पादन किया गया है। इनमें से 5 हजार 52 लोगों ने 68 करोड़ 94 लाख रुपये का भुगतान किया है। डेढ़ हजार संपत्तियों पर जब्ती वारंट जारी बकायादार 1 हजार 491 संपत्ति धारकों को उनकी संपत्ति जब्ती के लिए वारंट जारी किया गया है। दरअसल, 184 संपत्तियों को सील कर दिया गया है और 584 संपत्ति मालिकों की पानी की आपूर्ति काटने के लिए कठोर कार्रवाई की गई है।
22 दिन में 182 करोड़ राजस्व जुटाने की चुनौती
कर संग्रहण विभाग को पालिका की आय के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में देखा जा रहा है। इसलिए पालिका इस विभाग से अधिक से अधिक आय प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। इस विभाग का चालू वित्तीय वर्ष में 1000 करोड़ का लक्ष्य है और अब तक 817 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है। ऐसे में शेष 22 दिनों में 183 करोड़ रुपये का टैक्स वसूलना कर संग्रहण विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी।