Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक छात्र ने बाबू के 500 रुपए की रिश्वत की शिकायत दर्ज कराने के लिए चार सौ रुपए हलफनामे पर खर्च कर दिए। छात्र का कहना है कि वह एक महीने से स्थानांतरण प्रमाण-पत्र के लिए चक्कर लगा रहा था। जहां इसको बनाने के बदले क्लर्क की ओर से 500 रुपए की मांग की गई। वहीं जब छात्र ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की तो उससे नोटरी हलफनामे पर अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया। जिसको बनवाने में छात्र का 400 रुपए का खर्च आया। इस घटना से जुड़े विश्वविद्यालय के दृष्टिकोण ने छात्रों और शिक्षाविदों में घबराहट पैदा हो गई है।
विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र येनापे ने अपनी आपबीती में कहा कि ’ मुझे टीसी के लिए क्लर्क को भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया था। क्योंकि इसे उस संस्थान में जमा करना था जहां मैं प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा करना चाहता था। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि अन्य छात्रों को परेशानी हो और इसलिए जांच और कार्रवाई के लिए रिश्वत मामले की रिपोर्ट करने के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों से संपर्क किया था। उन्होंने अपने नोटरीकृत हलफनामे में लिपिक के नाम का भी जिक्र किया है। वाइस चांसलर संजीय सोनवणे ने संबंधित कलर्क के विरुद्ध कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।