Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ मनपा सीमा के अंतर्गत देहुरोड छावनी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में कचरा जलाया जाता है। इससे रूपीनगर और तलवड़े इलाके के नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। विधायक महेश लांडगे ने मांग की कि राज्य सरकार को पहल करनी चाहिए और छावनी क्षेत्र में कचरे के निपटान के लिए एक परियोजना स्थापित करनी चाहिए। नागपुर में शीतकालीन सत्र में,पिंपरी-चिंचवड़ में प्रस्तावित पुनावले कचरा डिपो के बारे में एक दिलचस्प चर्चा हुई। इस चर्चा में विधायक लांडगे शामिल हुए। राज्य सरकार ने पुनावले के स्थानीय नागरिकों का ख्याल रखते हुए कचरा डिपो रद्द कर दिया। उन्होंने इसके लिए विधायक अश्विनी जगताप को बधाई दी और राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया। साथ ही मोशी कचरा डिपो पर तनाव और देहु और आलंदी तीर्थ स्थलों पर कचरे की समस्या के बारे में भी बताया गया।
विधायक महेश लांडगे ने कहा कि पिछले 40 वर्षों से मोशी और आसपास के निवासी कचरा डिपो की दुर्गंध से परेशान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में यहां ’वेस्ट टू एनर्जी’ प्रोजेक्ट लागू किया गया है। वर्तमान में देहु छावनी सीमा के भीतर कोई अपशिष्ट उपचार संयंत्र नहीं है। दैनिक एकत्र किए गए कचरे को रूपीनगर-तलवड़े गांवों की सीमाओं के भीतर जला दिया जाता है। इससे नागरिकों के स्वास्थ्य की समस्या उत्पन्न हो गयी है। धुएं और बदबू से नागरिक त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। इस पर पालिका ने कूड़ा निस्तारण को लेकर कैंट को पत्र दिया था। हालाँकि, इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए उस कचरे को मोशी कचरा डिपो में ले जाना होगा। श्रीक्षेत्र देहु और श्रीक्षेत्र आलंदी में ठोस कचरा प्रबंधन के लिए राज्य सरकार को पहल करने की जरूरत है। देहु एवं आलंदी में अपशिष्ट परियोजना स्थापित करने के संबंध में सकारात्मक निर्णय लिया जाना चाहिए। इसके अलावा, देहुरोड छावनी सीमा से निकलने वाले कचरे को पिंपरी-चिंचवड़ नगरपालिका सीमा में अवैध रूप से जलाया जाता है। क्या राज्य सरकार उस पर कोई निर्देश देने जा रही है? यह सवाल विधायक लांडगे ने उठाया था। इस पर कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने कहा कि राज्य सरकार पिंपरी-चिंचवड़ नगर पालिका और देहु छावनी के साथ-साथ श्रीक्षेत्र देहु और श्रीक्षेत्र आलंदी में ठोस अपशिष्ट परियोजनाओं के लिए सकारात्मक रुख अपनाएगी।
राज्य सरकार ने स्थानीय नागरिकों, नव विकसित हाउसिंग सोसाइटियों के साथ-साथ स्कूलों और कॉलेजों के कारण पुनावाले में प्रस्तावित कचरा डिपो को रद्द करने का फैसला किया। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। इसके साथ ही कचरे के निपटान के लिए मोशी कचरा डिपो को देहु छावनी की सीमा में लाया जाता है। या फिर अवैध रूप से इस कचरे को नगर निगम सीमा में जला दिया जाता है। इसका परिणाम हम पिंपरी-चिंचवडकरों को भुगतना पड़ रहा है। इस पर कदम उठाने के लिए राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।