Pcmc News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) जब देवेन्द्र फड़णवीस मुख्यमंत्री थे उस समय आरक्षण दिया गया था,लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया था। पहला काम सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन को साबित करना है।सरकार को कुछ समय दिया जाना चाहिए। सरकार पूरी तरह से मराठा समुदाय के साथ खडीें है। जो निर्णय लिया गया है वह कायम रहना चाहिए। सरकार द्वारा दिया गया आरक्षण जारी रहना चाहिए। अन्य समुदायों का आरक्षण कम किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए। ऐसी सरकार की कोशिश है। ऐसा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा।
मुख्यमंत्री शिंदे आज अपने राजनीतिक गुरु आनंद दिघे की परंपरा को बरकरार रखते हुए श्रावण मास के आखिरी सोमवार को भिमाशंकर ज्योर्तिलिंग मंदिर में जालभिषेक किया। साथ में मुख्यमंत्री के पुत्र सांसद डॉ.श्रीकांत शिंदे ने भी जलाभिषेक किया। शिरुर के पूर्व शिवसेना सांसद शिवाजीराव आढवराव पाटिल उपस्थित थे। इसके बाद मीडिया से बातचीत में मराठा आरक्षण पर अपना रुख साफ किया। उन्होंने आगे कहा कि हम मराठा समुदाय को ओबीसी का लाभ दे रहे हैं।’सरकार का रुख है कि कानून के दायरे में इस आरक्षण में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। सरकार मराठा समुदाय को धोखा नहीं दे सकती इसलिए जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है।’ हम जो भी काम करेंगे कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद करेंगे। विरोधियों को भी इसमें सुलह की भूमिका निभानी चाहिए।
सत्ताधारी और विपक्षी दलों के नेताओं के लिए भीमा शंकर से राज्य को सूखे की स्थिति से मुक्ति दिलाने,राजनीतिक माहौल को प्रदूषित करने वाले नेताओं को सद्बुद्धि देने और शासकों को जनता की समस्याओं को हल करने का ज्ञान देने के लिए भगवान शिव के चरणों में प्रार्थना की। ऐसा एकनाथ शिंदे ने कहा।