Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में मराठा आरक्षण का मुद्दा कुछ दिनों से गरमाया हुआ है। मराठा आंदोलनकारी मनोज जारांगे ने इसके लिए आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इस बीच, राज्य के कई गांवों में राजनीतिक नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। मराठा प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण अजित पवार को बारामती तहसील में अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
मराठा क्रांति मोर्चा ने यह रुख अपनाया कि वे किसी भी राजनीतिक नेता को बारामती शहर और तहसील में जाने की अनुमति नहीं देंगे। मालेगांव सहकारी चीनी फैक्ट्री के पूजा के उप मुख्यमंत्री अजित पवार के कार्यक्रम का पूरे मराठा समाज ने विरोध किया था। इसी पृष्ठभूमि में अजित पवार ने अब इस कार्यक्रम में जाने से परहेज किया है।
बताया गया है कि अजित पवार ने यह कार्यक्रम रद्द कर दिया है। मराठा क्रांति मोर्चा राज्य भर के गांवों और राजनीतिक कार्यक्रमों में राजनीतिक नेताओं के प्रवेश का विरोध कर रहा है। बारामती में भी अजित पवार के दौरे का विरोध किया गया। कल स्थानीय पुलिस और फैक्ट्री प्रशासन को लिखित बयान दिया गया। कल पूरे दिन की चर्चा के बाद भी कोई समाधान नहीं निकल सका। आखिरकार अजित पवार ने मालेगांव शुगर फैक्ट्री के इस कार्यक्रम में न जाने का फैसला किया है। इससे संभावित विवादों से बचा जा सकता है। इस समय पुलिस ने फैक्ट्री के इलाके में भारी सुरक्षा कर रखी थी और मराठा प्रदर्शनकारी भी सुबह से ही कार्यक्रम स्थल पर जमा हो रहे थे।