Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) बालभारती-पौडफाटा सड़क, नदी तटबंध सुधार परियोजना का पुणे के पर्यावरण प्रेमी नागरिकों ने विरोध किया है। इन परियोजनाओं के खिलाफ नागरिकों ने रैली भी निकाली। इस पृष्ठभूमि में शिवसेना (उद्धव ठाकरे समूह) के विधायक आदित्य ठाकरे ने वेताल पहाड़ी पर जाकर नागरिकों की बात सुनी। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि नागरिक विकास क्यों नहीं चाहते हैं और परियोजना को रद्द करने का प्रस्ताव दिया। इस पर पुणे के पूर्व मेयर और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव मुरलीधर मोहोल ने आदित्य ठाकरे को जवाब दिया है।
यह कहते हुए कि पुणे में विकास परियोजनाओं के ’कंजूर मार्ग’ की अनुमति नहीं दी जाएगी, मोहोल ने कहा कि आदित्य ठाकरे ने मुंबई में आरे कार शेड का काम बंद कर दिया था और साइट पर तीन मेट्रो लाइनों का कार शेड बनाने का अत्यधिक अव्यवहारिक विकल्प चुना था। मुंबईकरों के सिर पर उनके ही अहंकार के कारण 10 हजार करोड़ का बोझ आ गया। यह एक बड़ा मज़ाक है कि जो लोग पर्यावरण संरक्षण और ज्वलंत नागरिक मुद्दों को हल करने में संतुलन नहीं बना सकते, उन्हें पुणे आकर आधी-अधूरी और गलत जानकारी के आधार पर कुछ भी कहना नहीं चाहिए। मैं खुद पुणे का मेयर रह चुका हूं। पुणे, पुणेकरों में नागरिक मुद्दों और पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूकता और जुनून है। कभी पुणे में मत आना और पुणे के वासियों को झूठी और अवसरवादी लालसा न दिखाना।
नदी तट सुधार और बालभारती-पौड़फाट सड़क दोनों विकास परियोजनाओं को पर्यावरण का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है। हालांकि, अगर पुणे के कुछ निवासियों की आपत्ति है, तो हम निश्चित रूप से सुझावों पर विचार करेंगे और आगे बढ़ेंगे। लेकिन बालभारती-पोडफटा सड़क को रद्द करने की मांग करने का आदित्य का नैतिक अधिकार क्या है? मोहोल ने यह भी उल्लेख किया कि पुणेकर केवल विरोध का विरोध करने के लिए राजनीतिकरण के प्रयासों का समर्थन नहीं करेंगी।