Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे और शिरूर लोकसभा क्षेत्रों से नामांकन वापस लेने की समय सीमा सोमवार (29) को समाप्त हो गई। पुणे से सात और शिरूर से तीन उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया। इसलिए, पुणे से 35 और शिरूर से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस दौरान पुणे से 42 और शिरूर से 46 उम्मीदवारों ने आवेदन दाखिल किये। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के आवेदनों की शुक्रवार (26) को जांच की गई। इनमें पुणे से एक भी आवेदन खारिज नहीं किया गया, जबकि शिरूर से 11 निर्दलीय उम्मीदवारों के आवेदन अमान्य कर दिये गये। इसलिए, पुणे से 42 और शिरूर से 35 उम्मीदवारों के आवेदन वैध थे। सोमवार को आवेदन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने से पहले पुणे से सात उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया।
पुणे से भाजपा उम्मीदवार मुरलीधर मोहोल की पत्नी मोनिका मोहोल द्वारा एक वैकल्पिक (डमी) आवेदन प्रस्तुत किया गया था, लेकिन उन्होंने वापस ले लिया। इसके साथ ही कुल सात लोगों ने अपना आवेदन वापस ले लिया। शिरूर से तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। पुणे के चुनाव निर्णय अधिकारी डॉ.सुहास दिवसे के अनुसार, अब पुणे से 35 और शिरूर से 32 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
तीन बैलेट यूनिट की आवश्यकता होगी
ईवीएम मशीन पर बैलेट यूनिट पर बटन 16 उम्मीदवारों तक सीमित हैं। एक बटन नोटा वोट के लिए है। इसलिए यदि मैदान में 15 उम्मीदवार हैं, तो एक ही मतपत्र इकाई का उपयोग करना होगा। अब चूंकि पुणे निर्वाचन क्षेत्र से 35 उम्मीदवार और शिरूर से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं, इसलिए दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में तीन मतपत्र इकाइयों का उपयोग करना होगा।
आयोग ने प्रत्याशियों को सिंबल भी बांट दिये। इसमें शिरूर के एक निर्दलीय उम्मीदवार को ट्रम्पेट (तुतारी) चुनाव चिह्न दिया गया। लेकिन किसी ने उसका विरोध नहीं किया। बारामती सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को यह सिंबल देने के बाद शरद चंद्र पवार की पार्टी एनसीपी ने आपत्ति जताई थी। शिरूर के चुनाव रिटर्निंग अधिकारी मोरे ने स्पष्ट किया कि निर्दलीय को ’तूतरी’ चुनाव चिह्न देने के बाद शिरूर में मौजूद उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों ने कोई आपत्ति नहीं जताई। पुणे सीट से वंचित बहुजन विकास अघाड़ी के उम्मीदवार वसंत मोरे को ’रोड रोलर’ चुनाव चिह्न मिला है।