Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे रेलवे ने अब बिजली बचाने के लिए एक कदम उठाया है। इसके लिए नई तकनीकों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। अब पुणे रेलवे स्टेशन पर 1600 केवीए क्षमता का सबस्टेशन स्थापित किया गया है। इस सब स्टेशन की वजह से रेलवे को बिजली की बचत होगी और रेलवे को प्रति वर्ष लगभग 75 लाख रुपये की बचत होगी।
पुणे रेलवे स्टेशन पर इस उप-स्टेशन को इस तरह से विकसित किया गया है ताकि अधिक स्थिर और सुसंगत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। इस उपकेंद्र के माध्यम से पुणे स्टेशन, रेलवे अस्पताल, रनिंग रूम और गुड्स शेड को बिजली की आपूर्ति की जाएगी। यहां सालाना 17 लाख यूनिट बिजली की खपत होती है। नये उपकेन्द्र से प्रति वर्ष 6 लाख 80 हजार रूपये बिजली बिल की बचत होगी। इस उपकेंद्र का उद्घाटन मंडल रेल प्रबंधक इंदु दुबे की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक ब्रिजेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता तरूण सुयाल भी उपस्थित थे।
नया उप-केंद्र अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी उपकरणों से सुसज्जित है और ट्रैक्शन उप-केंद्र थीम पर आधारित है। मध्य रेलवे पर यह पहला ऐसा सबस्टेशन है। सबस्टेशन 99 प्रतिशत क्षमता पर चल रहा है। इसलिए, ऊर्जा हानि कम हो जाती है और बचत बढ़ जाती है। इस सब-स्टेशन को महावितरण द्वारा दो बिजली आपूर्ति फीडरों के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाती है। यह नया सबस्टेशन 800 केवीए क्षमता के मौजूदा दो सबस्टेशनों के स्थान पर स्थापित किया गया है। इस सबस्टेशन की क्षमता दोगुनी हो जाने से भविष्य में बिजली के भार और बिजली की बढ़ती जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी।
नये सबस्टेशन की विशेषताएं
उन्नत उपकरणों का उपयोग
बिजली आपूर्ति अधिक स्थिर होगी
दूरस्थ निगरानी सुविधा
डेटा रिकॉर्डिंग सुविधा
बिजली गुल होने का तुरंत निदान