Mumbai मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में आज एक अहम प्रस्ताव पारित किया गया। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और परिवहन मंत्री अनिल परब की सीबीआई जांच की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया था। पुलिस सेवा से बर्खास्त किए गए सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे के पत्र के आधार पर भाजपा ने प्रस्ताव पारित किया,जिसमें सीबीआई जांच की मांग की गई थी।
सचिन वाजे फिलहाल एंटीलिया कार बम विस्फोट मामले और मनसुख हिरेन हत्या मामले में जेल में बंद हैं। उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया आवास के बाहर स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक लगाने की साजिश रचने का आरोप लगा है। घटना फरवरी की है। दस दिन बाद स्कॉर्पियो कार रखने वाले मनसुख हिरेन का शव ठाणे की खाड़ी में संदिग्ध हालत में मिला।
मामला जांच के लिए एनआईए के पास जाने के बाद मामले की जांच कर रहे सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद सचिन वाजे की जगह तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने उन्हें पुलिस सेवा में वापस लेने का आरोप लगाया। उसके बाद परमबीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा गया पत्र लीक हो गया और इससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई।
उन्होंने तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। उच्च न्यायालय ने देशमुख के खिलाफ प्रारंभिक सीबीआई जांच का निर्देश दिया। उन्हें गृहमंत्री के पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था। इस मामले में अब पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। वह शिवसेना के उम्मीदवार थे। इसलिए ये सभी घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं। अब अजित पवार की सीबीआई जांच की मांग की गई है।