Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री पुणे आलंदी में गीता भक्ति अमृत महोत्सव में शामिल होने के लिए आज दोपहर 12 बजे पधारे। इस दौरान उन्होंने संत ज्ञानेश्वर महाराज की समाधि पर माथा टेका। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी,पुलिस ने भी बडी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। दर्शन कर बाहर आते ही धीरेंद्र शास्त्री ने संत माउली, तुकोबा के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज की जयकारा लगाते जयघोष करते बाहर निकले। संत तुकाराम महाराज पर विवादित बयान देकर धीरेंद्र शास्त्री मुश्किल में फंस गए थे। लेकिन वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि मैं एक संत परंपरा का अनुयायी हूं।
मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी…राम सियाराम…सियाराम जय जय राम…की धून,हिंदू राष्ट्र की जय,भारतमाता की जय,हर हर महादेव,छत्रपति वीर शिवाजी महाराज,संत ज्ञानेश्वर महाराज,संततुकाराम महाराज की जय जैसे जयघोष धीरेंद्र शास्त्री ने किया। भक्तों ने बजरंगी रे बजरंगी जयघोष से महाराज का स्वागत किया। संतज्ञानेश्वर महाराज मंदिर ट्रस्ट की ओर से शास्त्रीजी को धार्मिक शाल पहनाकर सत्कार किया गया।
धीरेंद्र शास्त्री आलंदी में चल रहे अमृत महोत्सव में भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान का मार्गदर्शन किया। कहा कि आलंदी तीर्थ संतज्ञानेश्वर के दरबार में आने का सौभाग्य हम सबको प्राप्त हुआ। बढिया ड्राइवर बनना है तो बढिया वाला पहले क्लिनर बनो। संतों,चारों वैदों के आचार्यो के दर्शन किए,महाराष्ट्र की धरती धन्य है जहां संतज्ञानेश्वर महाराज जैसे ज्ञानी पुरुष पैदा हुए। साक्षात ब्रहमा के अवतार कहें तो गलत नहीं जिन्नहोंने चांददेव को भी नमस्कार के लिए मजबुर कर दिया। चेला बना लिया,दंडवट करने लगे चांददेव।
आलंदी में चल रहे गीता भक्ति अमृत महोत्सव में आज अलौकिक संत संगम के दर्शन भक्तों को हुए। गीता भक्ति अमृत महोत्सव में आज हमारे देश के जाने-माने आध्यात्मिक गुरु एक मंच पर नजर आए। आध्यात्मिक गुरु रविशंकर महाराज,सुधांशु महाराज,चिन्ना जियारा स्वामी महाराज,श्री गोविंददेव गिरजी महाराज और साध्वी रीता भारीजी एक ही मंच पर विराजमान थे। सभी भक्तों को एक ही मंच पर एक ही समय में आध्यात्मिक गुरुओं की मधुर वाणी को सुनने का अवसर मिला।